जनता से रिस्ता वेबडेसक | ज्योतिर्मठ बद्रीकाश्रम हिमालय के स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती (Vasudevanand Saraswati) महाराज ने देश के मंदिरों को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि सरकार मंदिरों को अपने नियंत्रण से मुक्त करें और सरकार को इसके लिए कानून भी बनाना चाहिए. इसके साथ वासुदेवानन्द महाराज ने अयोध्या के राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) बनने को लेकर भी जानकारी दी.
स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती ने सोमवार को जयपुर के भारत माता मंदिर विश्व हिंदू परिषद कार्यालय सिविल लाइन्स में मीडिया से बात की. स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती महाराज ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर कब बनेगा इस प्रश्न पर कहा कि अयोध्या में मन्दिर की नींव बन चुकी है. उसके ऊपर 6 मीटर ऊंचा पत्थर का चबूतरा बन रहा है. उसके ऊपर मंदिर की आधारशिला बनेंगी. जनवरी माह तक यह कार्य पूरा हो जायेगा.
धार्मिक परंपरा के अनुसार काम कर रहा है राम जन्मभूमि न्यास
मंदिर निर्माण को लेकर राजनीति के सवाल पर स्वामी जी ने कहा किसी की आवाज को हम दबा नहीं सकते है लोग अपने-अपने ढंग से कहते-सुनते रहते हैं. लेकिन जो हमारी धार्मिक परंपरा है उसके अनुसार राम जन्मभूमि न्यास काम कर रहा है. मन्दिर का निर्माण तेज गति से चल रहा है. 2023 तक राम मन्दिर बनकर तैयार हो जायेगा. वहीं वर्ष 2024 के आम चुनाव को लेकर स्वामीजी ने कहा कि चुनाव तो हर पांच वर्ष में होता है. चुनाव से मन्दिर का क्या मतलब?
"जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बना कर करें अवैध मतान्तरण की रोकथाम"
उत्तर प्रदेश के बारे में प्रश्न करने पर स्वामीजी ने कहा कि यूपी का शासन सही तरीके से चल रहा है. किसानों के आंदोलन के सवाल पर कहा कि आप लोग ये समझ लें कि ये किसानों का आन्दोलन नहीं है. किसानों के पास तो समय ही नहीं ? किसान अपनी खेती करे या फिर आन्दोलन करेगा? केंद्र सरकार से आग्रह है कि जल्द से जल्द जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाये एवं देश में हो रहे अवैध मतान्तरण की रोकथाम करें. सरकार का कार्यकाल अभी बचा है उम्मीद है जल्द कानून बनेगा.
इसके साथ ही स्वामी जी ने कहा कि हिन्दू मंदिर और धार्मिक संस्थाओं को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करना चाहिए इसके लिये भी कानून बनाया जाये. गौ हत्या पर बोलते हुए महाराज ने कहा कि गौ हत्या पर प्रतिबंध लगना चाहिये लेकिन इसमें सरकार का दोष नहीं है. अब समाज का दोष है जो गाय और बछड़ो को लावारिस छोड़ देता है.