राजस्थान

राजस्थान-गुजरात के 10 जिलों में 155 स्पॉट पर सर्वे, बीकानेर में देखी गई

SANTOSI TANDI
31 July 2023 7:59 AM GMT
राजस्थान-गुजरात के 10 जिलों में 155 स्पॉट पर सर्वे, बीकानेर में देखी गई
x
बीकानेर में देखी गई
रेगिस्तान में एक बार फिर से टिड्‌डी का खतरा मंडारने लगा है। हाल ही में 1 से 15 जुलाई तक हुए सर्वे में बीकानेर जिले के सुरधना में टिड्‌डी की एक्टिविटी देखने को मिली है।
हालांकि टिड्‌डी विभाग ये दावा कर रहा है कि सर्वे के दौरान इनका घनत्व कम मिला है, ऐसे में अभी ज्यादा खतरा नहीं कहा जा सकता है। लेकिन, इसके बाद भी परिस्थितियों को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है।
दरअसल, इस बार पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और जालोर समेत आस-पास इलाकों में जमकर बारिश का दौर चला। ऐसे में यहां हरियाली बढ़ी और जमीन में नमी भी।
टिड्‌डी विभाग के डॉ. वीरेंद्र कुमार के मुताबिक हमारे महीने में दो बार सर्वे करते हैं। हम भारत-पाक बॉर्डर से सटे 10 जिलों में टिड्‌डी सर्वे करते हैं। इसमें गुजरात का हिस्सा भी शामिल है।
इसी परिस्थितियों को देखते हुए जुलाई महीने में 1 से 15 जुलाई तक सर्वे करवाया गया। यहां बीकानेर इलाके में कुछ एक्टिविटी देखी गई है।
10 जिलों में 155 स्थानों पर सर्वे
राजस्थान और गुजरात के सटे भारत-पाक बॉर्डर के लगते इलाकों में नियमित रूप से सर्वे करवाया जाता है। इस बार भी इन इलाकों में 155 स्पॉट देखे गए। इसमें रेगिस्तानी बाड़मेर, जैसलमेर, सम, फलौदी, बीकानेर, सूरतगढ़, चुरू, नागौर, जोधपुर, जालोर व गुजरात के पालनपुर और भुज के स्पॉट शामिल किए गए थे।
टिड्‌डी विभाग के डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि रेगिस्तानी इलाकों में जून-जुलाई में बरसात के बाद से ही टिड्‌डी का खतरा बढ़ जाता है। थार में टिड्‌डी पाक की तरफ से आती रही है। लेकिन, अभी तक टिड्‌डी कहीं नजर नहीं आने से राहत है। लेकिन, सर्वे में राजस्थान का रेगिस्तानी इलाकों में भारी बरसात के चलते टिड्‌डी के पनपने के लिए पारिस्थितियां पूरी तरह अनुकूल बनी हुई है।
टिड्‌डी की ग्लोबल एक्टिविटी
एफएओ के अनुसार मोरक्को और पश्चिमी सहरा में एटलस पर्वत के दक्षितण में वयस्कों के समूह की मौजूदगी मिली। अल्जीरिया के मध्य सहारा में वयस्क समूह और कुछ हॉपर दिखे। बिखरे हुए वयस्क और कुछ छोटे समूह मॉरिटानिया की उतरी सीमा में चल गए। वहीं सऊदी अरब में लाल सागर तट और आंतरिक भाग पर हॉपर और वयस्कों के समूह और बैंड नियंत्रित किए गए। इरिट्रिया के लाल सागर तट व मिस्त्र में दक्षिण-पूर्व लाल सागर तट और दक्षिणी नील घाटी में कुछ समूहों के साथ बिखरे हुए वयस्क मौजूद है।
Next Story