राजस्थान
सुभाष गर्ग का गजेंद्र सिंह शेखावत पर बड़ा हमला, कहा- बिगड़ा मानसिक संतुलन, ऐसे मंत्री को पार्टी से करें निष्कासित
Renuka Sahu
13 Oct 2022 4:08 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट : aapkarajasthan.com
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और बीजेपी सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत के कांग्रेस के मंत्रियों को लेकर दिए बयान के बाद उनका विरोध शुरू हो गया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और बीजेपी सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत के कांग्रेस के मंत्रियों को लेकर दिए बयान के बाद उनका विरोध शुरू हो गया है। राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ने शेखावत के पूर्वी राजस्थान के भाजपा सहित सभी जनप्रतिनिधियों एवं जनता के लिए दिए गए बयान की निंदा करते हुए कहा कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। उन्होंने कहा कि जो पार्टी के जनप्रतिनिधियों के लिए ऐसा बयान देता है। गर्ग ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मांग की है कि ऐसे मानसिक दिवालिया वाले मंत्री को मंत्रिमंडल से ही नहीं, बल्कि पार्टी से ही निष्कासित करना चाहिए।
सुभाष गर्ग ने यह भी कहा कि इस बयान से भरतपुर सहित पूर्वी राजस्थान की जनता का अपमान हुआ है। ऐसी स्थिति में केंद्रीय मंत्री को जनता से माफी मांगनी चाहिए। वहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री भजन लाल जाटव ने केंद्रीय मंत्री शेखावत के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। जाटव ने कहा कि भरतपुर संभाग के लोग स्वाभिमानी लोग हैं, वो आपस में मिल जुल कर रहते हैं। शायद केंद्रीय मंत्री शेखावत को भरतपुर संभाग के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। बता दे कि बीते मंगलवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बयान दिया था कि भरतपुर का बिन पेंदे का लोटा कब किधर लुढ़क जाए, पता नहीं चलता। भरतपुर के मंत्री, विधायक और नेताओं का भी पता नहीं चलता कि वो कब किसके साथ खड़े हो जाएं। यहां के नेता बसपा, कांग्रेस, भाजपा, अशोक गहलोत, सचिन पायलट, किसके साथ खड़े होंगे ये वो जानते हैं या राम जानते हैं।
झुंझुनू दौरे पर गए केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री राजेंद्र गुढ़ा पर कटाक्ष किया था। शेखावत ने कहा था कि राजेंद्र गुढ़ा का कोई स्टैंड नहीं है। उनके परिवार के लोग भी उन पर विश्वास नहीं करते। गुढ़ा कब बीएसपी के साथ होंगे, कब वे कांग्रेस के साथ होंगे कोई पता नहीं है। कब वे गहलोत के साथ होंगे और कब सचिन पायलट के साथ, यह बात कोई नहीं जानता है। वे बिन पेंदे का लोटा है , कब किधर लुढ़क जाए, पता नहीं चलता।
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