राजस्थान

छात्र की मौत का मामला: राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने अपनी ही सरकार को घेरा

Gulabi Jagat
17 Aug 2022 1:10 PM GMT
छात्र की मौत का मामला: राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने अपनी ही सरकार को घेरा
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उदयपुर. राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा बुधवार को उदयपुर के दौरे पर हैं. इस दौरान जिला परिषद सभागार में उन्होंने अधिकारियों की बैठक ली. इसके बाद सर्किट हाउस में जन सुनवाई करते हुए लोगों की समस्याएं सुनी. मीडिया से बातचीत करते हुए बैरवा ने जालौर की घटना को लेकर कड़ा आक्रोश जताते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर भी हमला बोला. वहीं राज्य की गहलोत सरकार पर इशारों-इशारों में सवाल खड़े कर (Bairwa targets Gehlot govt) दिए.
खिलाड़ी लाल बैरवा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. लेकिन आजादी को आज भी ढूंढना पड़ रहा है, क्योंकि आज भी दलित और गरीब व्यक्तियों के साथ अन्याय के मामले सामने आ रहे हैं. बैरवा ने कहा कि आजादी के दौर में हमें उन चीजों को भी लाना पड़ेगा. बैरवा ने कहा कि इन सब चीजों को लेकर मैंने प्रधानमंत्री मोदी और राज्य की गहलोत सरकार से भी अपनी बात कही है.
प्रधानमंत्री मोदी दलितों से करें मन की बात: बैरवा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी (Bairwa targets Modi) को एक दिन ऐसा तय करना चाहिए, जिस दिन वे दलितों के मन की बात (Bairwa on Dalit ke Mann Ki Baat) सुनें. खुले रूप से रजिस्ट्रेशन कर लोगों की समस्या और उनकी बात को सुनना चाहिए. बैरवा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मैंने प्रशासन शहरों और गांव के संग कार्यक्रम के दौरान उनसे एक कार्यक्रम प्रशासन दलितों के साथ करने को भी कहा था.
बैरवा ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपनी ही सरकार पर भी सवाल खड़े करने से नहीं चूके. उन्होंने कहा कि कन्हैया हत्याकांड के मामले सरकार में 50 लाख रुपए दिए. ऐसे में जालोर और पाली में जिस तरह दलित व्यक्ति के मामले आए, उन्हें 5 लाख रुपए ही क्यों दिए गए. बैरवा ने कहा कि लोग इन घटनाओं को लेकर काफी आक्रोशित हैं. पानी की टंकी ऊपर लोग चढ़कर विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों की जमीन को कुर्क करना चाहिए. इस कुर्की से आने वाले पैसों को पीड़ित परिवारों को देना चाहिए.
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