छात्रनेता ने जमीन में ली गर्दन तक समाधि, शाम को आश्वासन के बाद बाहर निकला
जयपुर: राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रनेता ने अपने ऊपर दर्ज मुकदमे को वापस लेने सहित अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन का नया तरीका निकाला, जिसमें छात्रनेता हरफूल चौधरी ने गर्दन तक मिट्टी में खुद को दबाकर समाधि ले ली। चौधरी ने गुरुवार को विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन के मांगों पर ध्यान नहीं देने पर केन्द्रीय पुस्तकालय के बाहर ये समाधि ले ली। उसने बताया कि दो माह पहले पुस्तकालय का उद्घाटन हो चुका है, लेकिन अब तक छात्रों के लिए इसे शुरू नहीं किया गया है, जबकि छात्रों के सेमेस्टर एग्जाम शुरू हो चुके हैं। ऐसे में जल्द से जल्द लाइब्रेरी शुरू होनी चाहिए। शाम करीब छह बजे कांग्रेस के प्रदेश सचिव पुष्पेन्द्र भारद्वाज विश्वविद्यालय पहुंचे और विश्वविद्यालय के उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद पुस्तकालय खोलने के आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त किया।
भारद्वाज ने जूस पिलाकर धरना समाप्त कराया। इधर, विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर हरि पलसानिया ने बताया कि विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए ही लाइब्रेरी बनाई गई है। फि लहाल काम जारी है, उच्चाधिकारी फैसला लेंगे। वहीं चौधरी के समर्थक दोपहर से ही समाधि को घेरकर बैठे रहे और विश्वविद्यालय के प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।