भीलवाड़ा न्यूज: नगर विकास न्यास में एक महीने छह दिन से सन्नाटा है। हड़ताल के नाम पर मंत्रालयिक कर्मचारी ऑफिस नहीं आ रहे हैं। इसके चलते आए दिन अधिकारी भी नदारद रहते हैं। इससे लोगों के काम अटक रहे हैं। यूआईटी में आमतौर पर जहां रोजाना 500 से ज्यादा लोगों की आवाजाही रहती है, वहां अब 10-20 लोग भी मुश्किल से आ रहे हैं।
हालांकि तकनीकी विभाग की ओर से टेंडर हो रहे हैं। एक मई से यूआईटी के 33 कर्मचारियाें ने मंत्रालयिक कर्मचारियाें की हड़ताल काे समर्थन देते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल की घाेषणा कर दी। इसके बाद से यहां केवल इंजीनियर्स ही नजर आते हैं। संविदाकर्मचारी भी ऑफिस नहीं आ रहे हैं। इधर, ये भी बताया गया है कि पूरे राजस्थान में भीलवाड़ा यूआईटी के मंत्रालयिक कर्मचारी ही हड़ताल पर हैं। अन्य जगह कर्मचारी ड्यूटी दे रहे हैं।
प्रशासन शहराें के संग शिविर भी स्थगित करने पड़े... राज्य सरकार ने नगर परिषद क्षेत्र में महंगाई राहत कैंप के साथ यूआईटी की और से भी प्रशासन शहराें के संग शिविर शुरू किए थे। ये शिविर यूआईटी के अंतर्गत शहरी क्षेत्र और पेराफेरी में आने वाले गांवाें में लगने थे। इधर, 24 अप्रैल काे शिविर शुरू हाेने के एक सप्ताह बाद ही एक मई से कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। इसके चलते ये शिविर स्थगित करने पड़े।