राजस्थान
5 मांगों पर सहमति के बाद धरना समाप्त नौकारी और मुआवजा मिलेगा
Rounak Dey
27 Jan 2023 1:46 PM GMT

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नागौर कुचामन में वन विभाग की गाड़ी से टक्कर से महिला की मौत के तीन दिन बाद परिजनों और ग्रामीणों का धरना गुरुवार शाम 7 समाप्त हो गया। प्रशासन ने पीड़ित परिवार की सात मांगों में से पांच मांगों को मान लिया है। जिसमें वन विभाग के 5 कर्मचारियों को निलंबित किया गया, मृतका के पति को संविदा नौकरी, एससी/एसटी act के तहत लीला देवी बावरी के बच्चों को सरकारी मदद 8.5 लाख, चिरंजीवी सरकारी योजना में 5 लाख व राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी द्वारा 1.5 लाख रुपए दिए जाएंगे। कैंपर ड्राइवर की गिरफ्तारी हो गई है वहीं, पीड़ित परिवार पर लगे मुकदमे खारिज करने और इस मामले की पूरी जांच मेड़ता सीओ नरेंद्र मीणा से करवाई जाने पर सहमति बनी। कुचामन पुलिस द्वारा पीड़ित परिवार का ट्रैक्टर पकड़ा गया मौके से उसे छुड़वाया गया। गुरुवार शाम 7 बजे नारायण बेनीवाल ने धरने के बीच आकर लोगों को सहमति पत्र सुनाया और धरना समाप्त करवाया। वहीं, आरएलपी की ओर से परिवार को डेढ़ लाख रुपए मुआवजा दिया गया है।
बता दें, कुचामन में सोमवार देर रात 8 बजे वन विभाग द्वारा पांचवा रोड पर अवैध खनन पर कार्रवाई करने के लिए वन विभाग की टीम गई थी। इस दौरान घर के बाहर खड़ी लीलादेवी बावरी को वन विभाग की कैंपर गाड़ी ने कुचल दिया। हादसे के बाद लीला की मौके पर ही मौत हो गई। शव को अस्पताल की मोर्च्युरी में रखवा दिया गया। मंगलवार सुबह बावरी समाज के लोगों ने मुआरवजे और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर कुचामन थाने के बाहर विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया गया। वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। इस बीच आक्रोश इतना बढ़ गया की पुलिस को कुचामन थाने के बाहर सुरक्षा के लिहाज से 10 अतिरिक्त पुलिस थानों का जाब्ता बुलाना पड़ा।
विरोध-प्रदर्शन में पहले तो सुबह से ही कुचामन थाने में मामला दर्ज नहीं करवाया गया। मामला दोपहर 12 बजे दर्ज करवाया गया जो कि वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर लीलादेवी को जान से मारना को लेकर 302 एससी एसटी एक्ट के तहत कुचामन थाने में मामला दर्ज करवाया गया। मामले के साथ ही कर्मचारियों और अधिकारियों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को सरकारी मुआवजा दिलाने की मांग पर एड गए इन मांगों पर मंगलवार का पूरा दिन निकल गया।

Rounak Dey
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