कोटा: स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 के तहत नगर निगम कोटा दक्षिण द्वारा जहां पिछले 5 माह से लगातार सख्ती दिखाते हुए गंदगी फैलाने वाले व सड़क अवरुद्ध करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। वही इस दिशा में नगर निगम कोटा उत्तर में अभी तक भी सुस्ती छायी हुई है। कोटा शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने की दिशा में बेहतर प्रयास हो सके। इसके लिए कोटा में दो नगर निगम बनाए गए। कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण निगम बनाने का मकसद था कि वार्ड छोटे-छोटे होंगे तो उनकी मॉनिटरिंग व सफाई व्यवस्था को बेहतर किया जा सकेगा। इसके तहत कोटा के कुल 65 वार्डों की संख्या को ढाई गुना अधिक बढ़ाकर 150 कर दिया गया। कोटा उत्तर में 70 व कोटा दक्षिण में 80 वार्ड बनाए गए। दोनो नगर निगमों में कांग्रेस के बोर्ड हैं। उसके बावजूद दोनों निगमों के कामकाज में काफी भिन्नता है।
कोटा दक्षिण कर रहा लगातार कार्रवाई
शहर में सड़क किनारे व नालों में कचरा व गंदगी डालकर प्रदूषण फेलाने पर नगर निगम कोटा दक्षिण की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है। नगर निगम कोटा दक्षिण के कार्यवाहक आयुक्त राजेश डागा के निर्देशन में सभी स्वास्थ्य निरीक्षक ुरोजाना चालान व जुर्माने की कार्रवाई कर रहे हैं। सड़क पर निर्माण सामग्री डालकर रास्ता अवरुद्ध करने का मामला हो या गंदगी फेैलाने का। इसकी शिकायत मिलने पर या फोटो व वीडियो मिलने पर भी उसकी पुष्टि कर जुर्माना किया जा रहा है। इस मामले में किसी को भी नहीं बक् शा जा रहा। जनवरी से लगातार चालान बनाए जा रहे हैं।
कोटा उत्तर में नहीं दिख रहा काम
कोटा दक्षिण निगम की तुलना में कोटा उत्तर निगम में इस क्षेत्र में काम होता नहीं दिख रहा है। यही कारण है कि कोटा उत्तर निगम क्षेत्र में लोग सड़क पर कचरा भी डाल रहे हैं और निर्माण सामग्री सड़क पर डालकर रास्ता अवरुद्ध भी कर रहे हैं। लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जबकि नगर निगम कोटा दक्षिण की तुलना में कोटा उत्तर में अधिकारियों की संख्या काफी अधिक है।
पॉश इलाके में ही रास्ते पर निर्माण सामग्री
नगर निगम कोटा उत्तर का सबसे पॉश इलाका है सिविल लाइंस। इस क्षेत्र में स्वायत्त शासन मंत्री का भी आवास है। वहां सरकारी अधिकारी से लेकर डॉक्टर तक रहते हैं। उस क्षेत्र में ही सरेआम बीच सड़क पर निर्माण सामग्री बजरी, रेत व सरिया डालकर रास्ता अवरुद्ध किया हुआ है। उसके बावजूद उस पर किसी का ध्यान नहीं है। जबकि उस रास्ते से रोजाना स्थानीय लोगों के अलावा अन्य लोग व वाहन भी निकल रहे हैं। परेशानी सभी को हो रही है लेकिन ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नही हो रही। ऐसा सिर्फ सिविल लाइंस में एक जगह पर नहीं कई जगह पर हो रहा है। साथ ही क्षेत्र में कई जगह पर हो रहा है।
दक्षिण में एक अधिकारी, उत्तर में तीन
नगर निगम कोटा दक्षिण में वर्तमान में मात्र एक ही आरएएस अधिकारी है। जबकि कोटा उत्तर में तीन आरएएस अधिकारी है। निगम की हालत यह है कि कोटा दक्षिण में न तो आयुक्त हैं और न ही अतिरिक्त आयुक्त। मात्र उपायुक्त राजेश डागा ही अतिरिक्त आयुक्त व कार्यवाहक आयुक्त का काम देख रहे हैं। जबकि कोटा दक्षिण का क्षेत्र व काम काफी अधिक है। कोटा दक्षिण में दो महिला अधिकारियों को उपायुक्त लगाया हुआ है। जिनमें से एक दयावती सैनी लम्बे अवकाश पर है। जबकि दूसरी रिंकल गुप्ता को राहत कैम्पों में लगा रखा है। वहीं कोटा उत्तर में अनुभाग भार्गव आयुक्त के पद पर, गजेन्द्र सिंह अतिरिक्त आयुक्त के पद पर और हर्षित वर्मा उपायुक्त के पद पर कार्य कर रहे हैं। हालांकि कोटा उत्तर में पहले तीन सहायक अभियंताओं को स्वास्थ्य अधिकारी लगाया हुआ था। उनके स्थान पर वर्तमान में मात्र एक सहायक अभियंता तनुज शर्मा को स्वास्थ्य अधिकारी लगाया हुआ है। जबकि कोटा दक्षिण में रिचा गौतम, कपिल पालीवाल व हरीश सोलंकी समेत चार सहायक अभियंता स्वास्थ्य अधिकारी का काम कर रहे हैं।
5 माह में पौने तीन लाख का जुर्माना
नगर निगम कोटा दक्षिण में गंदगी फैलाने वालों व सड़क अवरुद्ध करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। शिकायत के अलावा निगम के सोशल मीडिया पर फोटो व वीडियो आने पर भी चालान व जुर्माना किया जा रहा है। जनवरी से मई तक 5 माह में करीब पौने तीन लाख रुपए से अधिक की जुर्माना राशि इस मद में वसूल की जा चुकी है। साथ ही लोगों को पाबंद भी किया जा रहा है।
- राजेश डागा, कार्यवाहक आयुक्त, नगर निगम कोटा दक्षिण.
शिकायत पर हो रही कार्रवाई
नगर निगम कोटा उत्तर क्षेत्र में भी गंदगी फेलाने वालों व सड़क पर निर्माण सामग्री डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अधिकतर कार्रवाई शिकायत मिलने पर हो रही है। वैसे व्यक्तिगत रूप से वार्ड में दौरे के दौरान यदि कोई ऐसा मामला नजर आता तो ऐसा करने वालों को पाबंद करने के साथ ही उनके खिलाफ जुर्माना भी किया जा रहा है। कोटा निगम द्वारा उसका प्रचार नहीं किया जा रहा। इस कारण से लोगों को जानकारी नहीं है। फिर भी यदि कहीं सड़क अवरुद्ध की जा रही है या गंदगी फेलाई जा रही है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- मंजू मेहरा, महापौरनगर निगम कोटा उत्तर