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बड़ी खबर
श्रीगंगानगर शहर के वार्ड 10 के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए पिछले कई वर्षों से भटक रहे हैं. कुंज विहार एक्सटेंशन कॉलोनी में रहने वाले लोगों का कहना है कि वे करीब 17 साल से इस कॉलोनी में मकान बनाकर रह रहे हैं। लेकिन आज तक कॉलोनी में सड़क, नालियां, पार्क, स्ट्रीट लाइट आदि की कोई व्यवस्था नहीं है। पार्षद राधेश्याम माता की कुंज विहार एक्सटेंशन कॉलोनी को यूआईटी ने ही वर्ष 2005 में काट दिया था।
ऐसे में कॉलोनी में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराना यूआईटी की जिम्मेदारी है। बड़ी बात यह है कि सरकारी कॉलोनी होने के कारण लोगों ने प्लॉट खरीदने में रुचि दिखाई है। मकान भी बन गए, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि यूआईटी खुद यूआईटी की कॉलोनी पर ध्यान नहीं देगी। इस कॉलोनी के किसी भी प्रखंड में नाली नहीं है. लोगों के घरों का पानी खाली प्लाटों में जा रहा है और वे खाली प्लाट दलदल बन गए हैं और राहगीरों को बदबू का सामना करना पड़ रहा है. राहगीरों का चलना मुश्किल होता है और बीमारियों का खतरा बना रहता है। इसलिए प्लॉट मालिक जब भी इस कॉलोनी में घर शुरू करता है तो उसे इस प्लॉट का लीज, कंस्ट्रक्शन पेनल्टी और पेनल्टी भरकर घर बनाने की इजाजत दी जाती है।
पवन माता ने बताया कि इस संबंध में कॉलोनी वासियों ने यूआईटी के अधिकारियों को करीब 10 बार अभ्यावेदन दिया था. नालियों, सड़कों की मांग की गई। लेकिन अधिकारियों ने नहीं सुनी। कुंज विहार प्रथम और विस्तार के लोगों ने धरना प्रदर्शन भी किया, लेकिन इसके बावजूद यूआईटी ने मामले पर ध्यान नहीं दिया. रात के समय स्ट्रीट लाइट बंद रहती है, ऐसे में शरारती तत्वों व आवारा पशुओं के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं।

Rounak Dey
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