उत्तर निगम के वार्ड 66 में आवारा मवेशी और सफाई व्यवस्था बड़ी समस्या
कोटा: वार्ड में कई काम हो चुके हैं, कई हो भी रहे हैं लेकिन आज भी कई सड़कें, नालियों की हालात बुरी है। ना वक्त पर सफाई होती है ना कचरा उठाने के लिए टिपर आते हैं। यह कहना है कोटा नगर निगम उत्तर के वार्ड 66 के कुछ लोगों का। दरअसल इस वार्ड का प्रतिनिधित्व कांग्रेस के पार्षद करते हैं और निगम में बोर्ड भी कांग्रेस का है तो वार्ड में निगम और यूआईटी की ओर से कार्य हुए हैं लेकिन वार्ड के कुछ हिस्सों में आज भी लोग मूलभूत सुविधाएं मिलने का इंतजार ही कर रहे हैं। आवारा पशुओं और श्वानों का आतंक बना हुआ है। उत्तर निगम के इस वार्ड में दोस्तपुरा, खंड गावड़ी, सिविल लाइन तथा मोहन निवास कॉलोनी आदि इलाकें आते हैं। इस वार्ड में हुए जीर्णाेद्धार और विकास के कार्य पार्षद की कार्यशैली को बयान करते हैं लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि वार्ड के कई गलियों में रोजाना टिपर नहीं आते हैं। नालियां टूटी-फूटी हैं, सफाई नहीं होने के कारण वो जाम होती है जिससे सारा पानी सड़कों पर फैल जाता है और यही गंदा पानी पैरों में लगकर घरों तक पहुंचता हैं, सड़कों पर बच्चें खेल नहीं सकते हैं। निगम की ओर से पर्याप्त लेबर उपलब्ध नहीं करवाई गई है।
कुछ वार्डवासी बताते हैं कि पार्षद ने बहुत अच्छे काम करवाएं है, वार्ड की बरसों से चली आ रही समस्याओं को खत्म करवाया है। नाली पटान हो या सीसी रोड का निर्माण सभी में गुणवत्तापूर्ण निर्माण सामग्री का उपयोग हुआ है। स्कूल में भी यूआईटी की ओर से कमरों का निर्माण करवाया गया है। पार्षद ने कभी किसी के काम के लिए मना नहीं किया है। किसी दल का समर्थक हो सबके काम हुए हैं। वार्ड में जरूरत के लगभग सभी काम हो चुके हैं। टूटी रोड लाइट को हटाकर नई लगवाई गई है। जहां रोड लाइट के अभाव में अंधेरा रहता थ आज वहां रातभर उजाला रहता है, चोरियां होने का खतरा कम हो गया है। वहीं वार्ड के कुछ लोगों का कहना है कि वार्ड की कई गलियों में सड़कों पर आवारा मवेशियों और श्वानों का डेरा लगा रहता है। निगम वाले ले जाते हैं लेकिन वापस यहीं छोड़कर चले जाते हैं। इन मवेशियों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती है। वार्ड में रोड सीसी हुए लेकिन उनकी सफाई ही टाइम पर नहीं होती है। दिनभर कचरा सड़कों पर फैला रहता है। टिपर वाले कभी तो आते हैं, कभी नहीं। पहले 3 टिपर आते थे अब 2 ही आ रहे हैं। आज भी कई समस्याएं वार्ड में बनी हुई हैं। वार्ड के कई स्थानों पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है लेकिन कोई रोकने-टोकने वाली नहीं है। वार्ड पार्षद का कहना है कि मैने वार्ड में लगभग हर विकास कार्य करवाया है। सबकी समस्याओं को ध्यान से सुनता हूंू और यथासंभव उनको सुलझाने का प्रयास करता हंू। नालों में 6 क्रॉस निर्माण करवाया जिससे जाम होने की समस्या से निजात मिली है। गावड़ी मेनरोड से फैमिली कोर्ट तक इंटरलाकिंग तथा नाली निर्माण का कार्य करवाया है। स्कूल परिसर में कमरे और सीसी रोड बनाया है।
इनका कहना हैं
वार्ड में विकास के कार्य लगभग-लगभग सभी करवाएं है। आवारा जानवरों और श्वानों की समस्या को भी सुलझाने का प्रयास किया है। वार्ड में निगम और यूआईटी की ओर से कार्य करवाएं हैं। कुछ काम और करवाने बाकी है जो जल्द करवा दिए जाएंगे। वार्ड में 250 से अधिक स्थानों पर रोड लाइट लगवाई गई है।
-हरिओम सुमन, वार्ड पार्षद।
वार्ड में कई स्थानों पर रोड बने हैं। माताजी का मंदिर और हनुमानजी के मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ है। स्कूल में कमरे बने हैं। कचरा पाइंट शिफ्ट किया गया है। सफाई व्यवस्था एकदम ठीक है। कुछ जगहों पर नालियों का काम होना बाकी है। सामुदायिक भवन को ठीक करवाया गया है।
-डॉ. सियाराम वर्मा, वार्डवासी।
वार्ड में बड़ी समस्या कुछ भी नहीं है। कुछ स्थानों पर अभी भी काम चल रहा है। टिपर वाले समय पर आते हैं। सफाई व्यवस्था ठीक है। अब लोग ही सड़कों पर जानकर कचरा डाल जाए तो कोई क्या करेगा। पीने के पानी और रोड लाइट की कोई परेशानी नहीं है।
-विशाल सिंह, वार्डवासी।
वार्ड में आज भी कई समस्याएं बनी हुई है। सबसे बड़ी समस्या तो साफ-सफाई की है। वार्ड में कुछ हिस्सों में अवैध रूप से गांजा और शराब बिकती है लेकिन कोई मना करने वाला या कार्यवाही करने वाला नहीं है। नाली पटान का काम हुआ है। पीने के पानी की कोई दिक्कत नहीं है।
-संजय सुमन, वार्डवासी।
खंडगावड़ी में देवनारायण के मंदिर के नीचे नालियां जाम होने के कारण पानी सड़कों पर बहता रहता है। कीचड़ जैसे हालात बने रहते है। सफाई व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नहीं है।
-रोहित महावर, वार्डवासी।