राजस्थान

मंदिर हटाने पहुंची पुलिस पर पथराव, पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, 20 हिरासत में

Admin4
24 Nov 2022 2:07 PM GMT
मंदिर हटाने पहुंची पुलिस पर पथराव, पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, 20 हिरासत में
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सिरोही। आबूरोड में बुधवार (Wednesday) सवेरे हाईकोर्ट के आदेश पर हनुमान मंदिर हटाने गई पुलिस (Police) टीम पर स्थानीय लोगों ने पथराव शुरू कर दिया. इसमें एएसपी और डीएसपी घायल हो गए. कुछ ही देर में माहौल इतना बिगड़ गया कि पुलिस (Police) को लाठीचार्ज करना पड़ा. इसके बाद पुलिस (Police) ने लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा.
हाईकोर्ट के आदेश पर सातपुर तालाब के पास बने हनुमान मंदिर को हटाने के लिए प्रशासन सुबह 6 बजे पहुंचा था. सूचना मिलते ही स्थानीय लोग विरोध करने पहुंच गए. विरोध के बीच करीब 8.30 बजे हनुमान मंदिर को तोड़ दिया गया. आक्रोशित लोगों ने सातपुर-आबूरोड मार्ग को जाम कर दिया. काफी देर तक समझाइश के बाद भी लोग नहीं माने तो साढ़े 11 बजे के आसपास उन्हें खदेड़ने का प्रयास किया गया. इस पर पर लोगों ने पुलिस (Police) पर पथराव कर दिया. मामला बिगड़ता देख आरएसी के जवान और लाइन से जाप्ता मंगवाया गया. पुलिस (Police) ने लाठीचार्ज किया तो लोग बिखर गए और गलियों में घुसकर पथराव करने लगे.मंदिर को तोड़ने के बाद लोग मंदिर के सामने ही सातपुर-आबूरोड मार्ग पर बैठकर वंदे मातरम और जयश्रीराम के नारे लगाते रहे. प्रशासन ने चारों तरफ बैरिकेडिंग करके सभी लोगों को मंदिर के आस-पास आने से रोक दिया. कार्रवाई के दौरान छह थानों की पुलिस (Police) की मौके पर पहुंची थी. इसके अलावा आरएसी के जवान और लाइन से जाप्ता मंगवाया गया था. पथराव में एएसपी देवाराम चौधरी को नाक और डीएसपी योगेश कुमार शर्मा के मुंह पर चोट आई है. इसके साथ पांच पुलिस (Police)कर्मी भी घायल हो गए हैं. इस घटना में 20 से ज्यादा लोगों को पुलिस (Police) ने हिरासत में लिया है.
घटना के बाद कलेक्टर (Collector) डॉ. भवंर लाल चौधरी और एसपी ममता गुप्ता ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली. वहीं अस्पताल में पहुंचकर घायलों से बात की. आबूरोड की उपखंड अधिकारी नीलम लखारा ने बताया कि 13 नवंबर 2018 को गांव के कांतिलाल उपाध्याय ने सातपुर तालाब पर हुए अतिक्रमण को लेकर एक याचिका जोधपुर (Jodhpur) हाईकोर्ट में दायर की थी. इस पर 17 नवंबर 2022 को कोर्ट ने मंदिर को अतिक्रमण मानते हुए स्थानीय प्रशासन को हटाने के आदेश दिए थे. कांतिलाल की दलील थी कि मंदिर की वजह से सातपुर तालाब का स्वरूप बिगड़ गया है.
एसडीएम ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश पर तालाब से अतिक्रमण को हटाया गया है. प्रशासन ने बाकायदा नोटिस जारी कर मौके से अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए थे. मंदिर को हटाने के बाद को कोर्ट में रिपोर्ट पेश की जाएगी. प्रशासन की कार्रवाई को लेकर आबूरोड में बुधवार (Wednesday) को हिंदू संगठन शिवसेना, वीएचपी और भाजपा ग्रामीण मंडल के अध्यक्ष दिनेश खंडेलवाल ने बंद का आह्वान किया है. भाजपा नेता का आरोप है कि कांतिलाल उपाध्याय का घर अतिक्रमण कर बनाया गया है. इसे लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम और तहसीलदार को शिकायत दी है और तीन दिन का समय मांगा है. अगर तीन दिन के भीतर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो अनिश्चितकाल के लिए आबूरोड बंद का आह्वान किया जाएगा.
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