राजस्थान
श्रीगंगानगर जिले को मिली मोबाइल फूड लैब, मौके पर ही हो सकेगी जांच
Ashwandewangan
5 Aug 2023 10:31 AM GMT

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मोबाइल फूड लैब
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिले को एक मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब वाहन मिला है। इससे खाद्य पदार्थों की हाथोहाथ जांच हो सकेगी। लैब वाहन के जिला मुख्यालय पर पहुंचने पर कार्यवाहक सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. करन आर्य, सीओआईईसी विनोद बिश्नोई, एफएसओ हंसराज गोदारा, हेतराम खुड़िया, कंवरपाल आदि ने लैब का स्वागत किया। कार्यवाहक सीएमएचओ डॉ. मेहरड़ा के अनुसार जिले के उपभोक्ता मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच मौके पर ही करवा सकेंगे।
केवल 15-20 मिनट में यह भी पता चल जाएगा कि उन पदार्थों में कितनी मिलावट है। रिपोर्ट आने के बाद विभाग की टीम संबंधित दूषित खाद्य सामग्री को मौके पर ही नष्ट करवा सकेगी। यह मोबाइल वैन मिलावटी पदार्थों की जांच के साथ-साथ उपभोक्ताओं और व्यापारियों को मिलावट को लेकर जागरुक भी करेगी। यह लैब निर्धारित शैड्यूल के तहत अलग-अलग जगहों, बाजारों, मेलों और बड़े-बड़े समारोह में भेजी जाएगी। शैड्यूल के अनुसार क्षेत्र का कोई भी उपभोक्ता मौके पर दूध, दूध से बने पदार्थ, आटा, दाल, चावल, तेल, घी, मसाले, ठंडे पेय पदार्थ तथा पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर की जांच करा सकेगा। रिपोर्ट देने के लिए प्रिंटर व डेटा के लिए कंप्यूटर उपलब्ध रहेगा। जिससे आमजन को राहत मिलेगी।
विद्यालय में 51 हजार का फर्नीचर भेंट
निकटवर्ती ग्राम पंचायत 4 एलएल के गांव टेलेवाला के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में भामाशाह अजीत कुमार पुनिया व ग्राम सेवा सहकारी समिति 4 एमएल के चेयरमैन कृष्ण कुमार छिंपा ने संयुक्त रूप से फर्नीचर भेंट िकया है। इस फर्नीचर की लागत 51 हजार रुपए बताई गई है। विद्यालय के प्रत्येक कक्षाकश में अध्यापक के बैठने के लिए कुर्सी व मेज तथा ऑफ़िस कुर्सियां तथा छोटे बच्चों के लिए मेज दिए गए हैं। प्रधानाचार्य राजकुमार गक्खड़ व स्टाफ उपस्थित था।

Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।
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