कोटा न्यूज: सीएडी व झालावाड़ रोड पर स्पीड चालान जेनरेट करने वाले तीन कैमरों में तकनीकी खराबी के कारण करीब सात माह से ओवर स्पीड चालान नहीं बन रहे हैं. तेज रफ्तार बाइकर्स इसका फायदा उठा रहे हैं। इससे हादसों का खतरा बना रहता है।
हाल ही में गुमानपुरा फ्लाईओवर पर हुआ हादसा भी ओवर स्पीडिंग का नतीजा है। इसके बाद भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि यह सिस्टम सितंबर से बंद है। 2018 में काेटा शहर में इन दो जगहों पर तीन कैमरे लगाकर घर पर ओवर स्पीड चालान भेजने की योजना शुरू की गई थी. इसके बाद से प्रतिदिन कोटा संभाग के वाहनों के 100 से अधिक चालान काटे जा रहे थे।
इसमें कार की गति 60 किमी और दुपहिया की गति 40 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई थी। जब उन्होंने घरों में चालान भेजना शुरू किया और इसकी जानकारी लोगों को हुई तो इन दोनों सड़कों पर लोगों ने वाहनों की गति पर अंकुश लगा दिया था. इसका पूरा कंट्रोल अभय कमांड सेंटर के पास है। यहां से चालान ट्रैफिक ऑफिस जाते हैं। वहीं से पुलिसकर्मी चालान काटते हैं। तेज रफ्तार का करीब 1 हजार रुपए का चालान है।