राजस्थान
मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष जागरूकता
Tara Tandi
28 Jun 2023 1:04 PM GMT
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बरसात के सीजन में मच्छरजनित मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्रण को दृष्टिगत रखते हुए जुलाई माह में मच्छरों की ट्रांसमिशन की श्रृंखला को तोडने हेतु मच्छररोधी एन्टीलार्वल गतिविधियां करवाने के साथ जनसहभागिता के माध्यम से जागरूकता फैलायी जायेगी। इसके लिए बुधवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 मुस्ताक खान ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से मौसमी बीमारियों के बचाव के प्रति विशेष सतर्कता बरतकर जानकारी प्राप्त होते हीं तत्काल रोकथाम की कार्यवाही करने के निर्देश जिलेभर में चिकित्सा अधिकारियों व कार्मिकों को दिये। वीसी में जिला स्तर से आईडीएसपी अनुभाग सहित अन्य अनुभाग अधिकारी व ब्लॉक स्तर से बीसीएमओ, बीपीएम, आरबीएसके टीम, बीएचएस, एमपीडब्ल्यू, एएनएम, एलएचवी, सीएचओ व सीएचसी/पीएचसी स्तर के चिकित्सा अधिकारियों सहित अन्य कार्मिकों ने भाग लिया।
वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सीएमएचओ डॉ0 मुस्ताक खान ने बताया कि वर्षा के दौर में मौसमी बीमारियों जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनियां व स्क्रब टाइफस के फैलने की संभावना को देखते हुए एक जुलाई से ‘‘हमारा स्वास्थ्य हमारी जिम्मेदारी’’ अभियान चलाया जायेगा। जिसमें एएनएम, आशाओं की टीमें बनाकर घर घर मौसमी बीमारियों के संबंध में सर्वे कर जागरूकता फैलाकर एन्टीलार्वल गतिविधियां संचालित की जायेगी। इस दौरान फील्ड में होने वाली घटना की सूचना उच्च स्तर तक देने, रोगियों की स्लाइड बनाने, पॉजिटिव रोगियों को दवा देने, वाटर बॉडिज की सूचना का संकलन, हाई रिस्क लोगों की सूचना तथा मच्छरदानियों का वितरण करने के निर्देश आशाओं को दिये गये।
उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए आवश्यक तैयारियांे के साथ दवाईयांे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कर आमजन को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाये साथ ही हाई रिस्क क्षेत्रों में विशेष एन्टीलार्वल, एन्टीएडल्ट, सोर्स रिडक्शन गतिविधियां करने, सतत निगरानी रख बुखार रोगियों की ब्लड स्लाईड लेने, मरीजों के बैड़ की व्यवस्थाऐं रखने, मच्छररोधी वार्ड बनाने, दवाईयों की उपलब्धता रखने, मलेरिया उपचार की गाईडलाइन की पालना करने तथा दैनिक रिपोर्टिंग करने के निर्देश चिकित्सा अधिकारियों को दिये तथा ग्रामीण स्तर पर जनसमुदाय को मौसमी बीमारियों के प्रति जागरूक किया जाये।
आरबीएसके टीमें स्कूलों में प्रार्थना सभाओं के माध्यम से बच्चों के समक्ष लार्वा प्रदर्शन व मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए स्वास्थ्य शिक्षा देकर प्रेरित करें। जिले में मौसमी बीमारियों के बचाव को लेकर जिला व ब्लॉक स्तर पर स्थापित कन्ट्रोल रूम को 24 घन्टे चालू रखकर कन्ट्रोल रूम की सूचना पर एपेडेमिक फैलने पर आरआरटी टीम तुरन्त कार्यवाही करने हेतु तैयार रहे। डेंगू व मलेरिया के हाई रिस्क क्षेत्रों में विशेष मॉनिटरिंग करने के निर्देश ब्लॉक स्तर पर चिकित्सा अधिकारियों को दिये।
वीसी में डिप्टी सीएमएचओ डॉ0 घनश्याम चावला ने बताया कि मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए किये जाने वाले घर-घर सर्वे के दौरान टीमों द्वारा घरों के अन्दर पानी के पात्रों मटकी, कूलर,, पुराने टायर, फ्रिज की ट्रे आदि पानी के पात्रों में सात दिन से ज्यादा भरा ना होने दे। सात दिन में एक बार सुखाकर ही उनमें पानी भरा जाना चाहिए। सप्ताह में एक दिन ड्राई डे के रूप में जरूर मनाए, इसके अन्तर्गत सभी स्थानों व बर्तनों से पानी को पूर्णतः खाली करके सुखाऐं तथा घर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने से संबंधित जानकारियां लोगों को बताई जायेगी।
मौसमी बीमारियों के फैलने पर गठित आरआरटी टीम तुरन्त मौसमी बीमारियों जैसे मलेरिया, डेंगूॅ, बुखार, उल्टी, दस्त, हैजा, लू-तापघात, दूषित पानी की वजह से होने वाली बीमारियां फैलने की सूचना पर क्षेत्रों में जाकर मरीजों का ईलाज करेगी। मौसमी बीमारियों की सूचना देने हेतु जिला स्तर पर व प्रत्येक ब्लॉक पर एक कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कोई भी व्यक्ति मौसमी बीमारियों से संबंधित सूचना व जानकारी कन्ट्रोल रूम पर दे सकता है।
Tara Tandi
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