बेटे ने स्कूल यूनिफॉर्म नहीं दिलाने को लेकर फांसी लगाकर दी अपने जान
सिटी न्यूज़: राजस्थान के अलवर में 15 साल के नाबालिग छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। छात्र मां से स्कूल यूनिफॉर्म दिलाने की जिद कर रहा था। इस पर उसकी मां से उसे डांट लगाई थी और कहा था कि शाम को स्कूल से लौटने के बाद वह उसे यूनिफॉर्म दिला देगी। इसी बीच छात्र ने ये कदम उठा लिया और सुसाइड नोट में लिखा, 'अब आप कभी स्कूल के लिए लेट नही होंगी'। कंचन खुर्द में सरकारी टीचर है। उसके पति की मौत हो गई है। वह अपने बेटे रोहित के साथ गांव में किराए के कमरे में रहती है। रोहित निजी स्कूल में 10वीं कक्षा में पढ़ाई करता है। वह अपनी मां से नई स्कूल यूनिफॉर्म की जिद कर रहा था। कंचन व्यस्त होने की वजह से रोहित को यूनिफॉर्म नहीं दिलवा पा रही थी। शुक्रवार को कंचन का जन्मदिन था। उसने रोहित से वादा किया था कि स्कूल से लौटकर शाम को वह उसे नई यूनिफॉर्म दिला देगी। रोहित ने मां को स्कूल जाने से पहले बर्थ-डे विश किया था। साथ ही स्कूल यूनिफॉर्म जरूर दिलाने की बात कही थी। बार-बार यूनिफॉर्म की रट लगाने के कारण कंचन ने बेटे को डांट दिया था। कहा- आज मैं स्कूल के लिए लेट हो रही हूं। शाम को दिला दूंगी। मां की डांट से रोहित इतना आहत हो गया कि उसने ख़ुदकुशी कर ली। कंचन स्कूल से शाम को ख़ुशी-ख़ुशी घर लौटी तो दरवाजा अंदर से लॉक था। उसने बेटे को आवाज लगाई, कोई जवान नहीं मिला तो घबराकर पड़ोसियों से मदद मांगी और दरवाजा तोड़ा। अंदर देखा तो रोहित रस्सी के सहारे पंखे से लटका हुआ था।
रोहित के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में उसने लिखा था 'अब आप कभी स्कूल के लिए लेट नहीं होंगी, दुनिया का सबसे अच्छा बर्थ-डे गिफ्ट, हैप्पी बर्थ-डे मम्मीजी।' ये देखकर कंचन बेहोश हो गई। रोहित को फंदे से उतारा गया और पुलिस को सूचना दी गई। मां के जन्मदिन पर बेटे ने सुसाइड नोट में जो लिखा उसे पढ़कर हर कोई सकते में था।