पश्चिमी राजस्थान में सोलर और विंड एनर्जी का उत्पादन घटा, उद्योगों में बिजली संकट कटौती जारी
जयपुर न्यूज़: कई बिजली उत्पादन प्लांट्स बंद रहने से प्रदेश में बिजली संकट अभी बरकरार है। डिमांड- सप्लाई में डेढ़ हजार मेगावाट के बने अंतर के बीच एक्सचेंज से भी पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही। इसी बीच बदलते मौसम से सोलर और विंड एनर्जी का उत्पादन भी घटने से भी ऊर्जा विभाग की चिंताएं बढ़ गई हैं। पश्चिमी राजस्थान में विंड एनर्जी गर्मियों में 400 लाख यूनिट मिल रही थी, लेकिन अब घटकर महज 15 लाख यूनिट ही रह गई है। सर्दी बढ़ने के कारण धूप कम पड़ने से सोलर एनर्जी का उत्पादन भी घट गया है। गर्मियों के मौसम से सोलर एनर्जी से 250 से 300 लाख यूनिट उत्पादन हो रहा था, लेकिन अब यह घटकर 150 लाख यूनिट प्रतिदिन ही रह गया है।
रबी सीजन की वजह से कृषि, घरेलू और औद्योगिक श्रेणियों में सुबह-शाम पीक लोड बढ़ गया है। इसी वजह से 17 हजार मेगावाट डिमांड की तुलना में डेढ़ हजार मेगावाट के अंतर से करीब साढेÞ 15 हजार मेगावाट बिजली ही उपलब्ध हो पा रही है। राजस्थान ऊर्जा विकास निगम अफसरों का बिजली संकट पर कहना है कि पड़ोसी राज्यों से बैंकिग जरिए बिजली लेने के प्रयास जारी हैं। एक सप्ताह में पर्याप्त बिजली उपलब्धता के कोशिशें की जा रही हैं।