राजस्थान

कंकाल बन गए शवों की कपडे से हुई पहचान

Shantanu Roy
13 Aug 2022 12:49 PM GMT
कंकाल बन गए शवों की कपडे से हुई पहचान
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बड़ी खबर
चंदेरिया। चंदेरिया स्थित हिंदुस्तान जिंक के हाइड्रो-2 प्लांट में एसिड बॉयलर फटने से हुई दो लोगों की मौत के बाद पहचान को लेकर पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस मामले में एक मृतक का परिवार आज जिला हॉस्पिटल पहुंचा, लेकिन दोनों बॉडी के कंकाल में तब्दील होने के कारण पहले तो पहचान ही नहीं हो पाई। रेस्क्यू टीम को मिले मामूली से कपड़ों के आधार पर एक मृतक के परिजनों ने पहचान की। एक शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। घायलों में से एक घायल ने एसएस कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
एडिशनल एसपी कैलाश सिंह संदु ने बताया कि हिंदुस्तान जिंक में हुए हादसे के बाद वहां पर गायब हुए दो जनों के नाम सामने आए। उसी से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि एक शव बिहार निवासी सुमित (29) पुत्र उदय शंकर करना और दूसरा शव आगरा निवासी राजकुमार (55) पुत्र ओमप्रकाश का है। दोनों मृतक और नौ घायल सभी एसएस कंपनी में कार्यरत हैं। सुमित एसएस कंपनी में मैनेजर के पोस्ट पर काम करता था। सुमित के पिता यहां चित्तौड़ के निंबाहेड़ा में जेके सीमेंट में कार्यरत हैं। उनका एक घर चित्तौड़ शहर के चमटीखेड़ा में है। वैसे तो सुमित मूलतः बिहार का है लेकिन कई सालों से परिवार निम्बाहेड़ा शिफ्ट हो गया था। सुमित के परिजनों को यहां बुलाया गया, जिसके बाद परिजन जिला हॉस्पिटल पहुंचे, लेकिन शव की कंडीशन देखकर शिनाख्त नहीं कर पाए।
रेस्क्यू के समय बॉडी पर मिले कपड़ों के आधार पर की पहचान
एएसपी संदु ने बताया कि दोनों को रेस्क्यू करते बॉडी पर मामूली से कपड़े मिले थे। इसके अलावा आसपास से कुछ चीजें भी मिली थीं। उसके आधार पर परिजनों ने बॉडी सुमित की बताई। वहीं, दूसरे मृतक राजकुमार के घर वालों को भी सूचना दे दी गई है। ओमप्रकाश का बेटा अजय नोएडा में काम करता है, जो शाम तक चित्तौड़ पहुंचेगा। मृतक राजकुमार एसिड भराने के लिए टैंकर लेकर आगरा से आया था। वह टैंकर का ड्राइवर था।
जिला कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने हादसे के बाद मौके का निरीक्षण किया और टैंक फटने की जांच करने के निर्देश दिए। हालांकि कंपनी की तरफ से इसे बिजली गिरने से हादसा बताया जा रहा है, लेकिन जिला कलेक्टर ने पूरी जांच कर रिपोर्ट सौंपने की बात कही। हॉस्पिटल में एडिशनल एसपी के अलावा डिप्टी गंगरार सीताराम, गंगरार थाना अधिकारी लक्ष्मी लाल और सदर थाना अधिकारी हरेंद्र सिंह सौदा मौजूद रहे।
लेट मिला एक शव
बॉयलर के फटने पर मौके पर अफरा तफरी मच गई। ऐसे में जिंक की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और घायलों को बाहर निकालकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचाया। शुरू में 10 जनों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जिनमें से एक की मौत हो चुकी थी। रेस्क्यू टीम भी लगातार मौके पर मौजूद रही। गेट पास के आधार पर सभी कर्मचारियों की गिनती की जा रही थी। इसी बीच पता चला कि एक व्यक्ति मिसिंग है। दोबारा जब मौके पर जाकर देखा तो एक शव और मिला जिसे देर रात हॉस्पिटल भेजा गया।
एक्सपर्ट की टीम को बुलाया चित्तौड़
जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया कि यह बहुत टेक्निकल मामला है। मोस्टली हमेशा एसिड का रिसाव होता है, ना कि ब्लास्ट होता है। पहली बार ऐसा मामला देखने को मिला। हमारे जिले में एक्सपर्ट की कोई भी टीम उपलब्ध नहीं है। इसके लिए हमने एफएसएल की टीम, बॉयलर विभाग की टीम और फील्ड एक्सपर्ट को बुलाया है। टीम कल तक चित्तौड़गढ़ पहुंच जाएगी। एफएसएल की टीम भीलवाड़ा से आज ही आएगी। उनके रिपोर्ट पर जो होगा उसके आधार पर कार्रवाई होगी। बाकी घायलों को उदयपुर रेफर किया गया था। जहां से उन्हें अहमदाबाद अपोलो हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। घायलों का इलाज जिंक द्वारा कराया जा रहा है।
एसएस कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज
जिला कलेक्टर पोसवाल ने बताया कि बिजली गिरने की जो बात आ रही है, उसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। इसलिए कुछ कहा नहीं जा सकता। लेकिन अगर इसमें थोड़ी सी भी लापरवाही हुई तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं घायल नीरज पुत्र जगन्नाथ सिंह ने एसएस कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
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