राजस्थान
Sikar: शैक्षिक सम्मेलन से शिक्षकों को प्रेरणा और मार्गदर्शन मिलने का अवसर मिलेगा
Tara Tandi
17 Jan 2025 11:51 AM GMT
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Sikar सीकर । राजस्थान शिक्षक संघ अंबेडकर का राज्य स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन 2025 शुक्रवार को जिले के बाबा खीवादास पीजी महाविद्यालय सांगलिया सीकर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी व नगरीय विकास एवं स्वायत शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा थे।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने राजस्थान शिक्षक संघ अंबेडकर द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन में शामिल होकर सभी शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन शिक्षा के क्षेत्र में नये विचारों,योजना और नवाचारों को प्रोत्साहित करते है। उन्होंने कहा कि राजस्थान शिक्षक संघ अम्बेडकर द्वारा किये जा रहे इस आयोजन के माध्यम से शिक्षकों को प्रेरणा और मार्गदर्शन मिलने का अवसर मिलेगा, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सकेगा।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि खींवादासजी महाराज ने
हमेशा मानव एवं जीव सेवा को प्राथमिकता देते हुए समाज को जागरूक किया तथा शिक्षित एवं सशक्त समाज पर बल दिया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक संघ अंबेडकर शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने का कार्य निरंतर कर रहा है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर ने हमेशा शिक्षित समाज की कल्पना की थी तथा उनके आदर्श आज भी अनुकरणीय हैं। उन्होंने बताया कि संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर के सम्मान में सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाए जाने की पहल की है। उन्होंने कहा कि शिक्षक का कार्य विद्यार्थी को शिखर तक ले जाना होता है। हमारी भारतीय संस्कृति में गुरु को त्रिदेव के सम्मान माना गया है। उन्होंने शिक्षक संघ की सभी समस्याओं एवं मांगों को यथासंभव पूरा करने की बात कही।
इससे पूर्व उन्होंने सांगलिया में बाबा खींवादास जी महाराज की धूनी पर जाकर दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त किया। इस अवसर पर पीठाधीश श्री श्री 108 ओम दास जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया।
कार्यक्रम में नगरीय विकास व स्वायत्त शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि राजस्थान शिक्षक संघ अंबेडकर के पदाधिकारी आज के शिक्षक सम्मेलन में शिक्षा संबंधी सुधारों के सुझाव एवं प्रस्ताव राज्य सरकार तक पहुंचाएं ताकि शिक्षा में आवश्यक सुधार किए जा सके। उन्होंने कहा कि हम मैकाले की शिक्षा नीति से बाहर निकलकर देश की स्वदेशी गुरुकुल शिक्षा पद्धति को समझें क्योंकि यह पद्धति जीवन के हर पहलू को शिक्षित करती है। उन्होंने कहा कि शिक्षक डॉ.भीमराव अंबेडकर के आदर्शों को जीवन में उतारकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि शिक्षक संत रविदास जी की तरह स्वयं को प्रतिस्थापित करें। उन्होंने शिक्षक संघ के पदाधिकारीयों को नई शिक्षा नीति में आवश्यक सुधारो से संबंधित सुझाव देने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा से निर्वहन करें ताकि भावी पीढ़ी को शिक्षित एवं संस्कारवान बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि केवल पुस्तक पढ़ कर विद्या प्राप्त करना पर्याप्त नहीं है, जब तक विद्यार्थी आपकी बात नहीं समझेंगे तब तक शिक्षकों की मेहनत सफल नहीं होगी। इस अवसर पर शिक्षक संघ द्वारा शिक्षकों की समस्याओं से संबंधित मांगपत्र उन्हें सौंपकर अपनी बात रखी।
इस दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्री मंजू बाघमार, धोद विधायक गोवर्धन वर्मा, खंडेला विधायक सुभाष मील, खाजूवाला विधायक विश्वनाथ मेघवाल, रत्ती लाल बैरवा, दांतारामगढ़ विधायक प्रत्याशी गाजानंद कुमावत, शिक्षक संघ प्रदेश अध्यक्ष सत्यप्रकाश, शिक्षसंघ महामंत्री नेमाराम,हनुमान, सरपंच मनोहरी देवी, सांगलिया धूणी पीठाधीश्वर संत ओमदास जी महाराज, शिक्षा विभाग चूरू के संयुक्त निदेशक बजरंग लाल स्वामी, धोद सीबीईओ सीताराम खारिया सहित जनप्रतिनिधि, शिक्षक संघ के पदाधिकारी एवं प्रदेश भर से आए शिक्षक संघ के पदाधिकारी एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।
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Tara Tandi
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