
नीमराणा रिसोर्ट प्रोजेक्ट में मार्केटिंग के लिए राजकिशोर मोदी के साढू भाई सिद्धार्थ जयपुरिया ने आपस में मिलकर निवेशकों को करोड़ों का ऐसा चूना लगाया कि निवेशकों को इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने में ही तीन साल लग गए । राजकिशोर मोदी, संजय पसारी, सिद्धार्थ जयपुरिया भी मान तो रहे है कि निवेशकों से पैसा लिया है, पर वापस देने का मन नहीं है ।
अब पुलिस ने इनके द्वारा किए फ्रॉड के साक्ष्य मिलने पर सिद्धार्थ जयपुरिया के विरूद्ध आईपीसी की धारा 420, 406, 120 बी, 467, 468 और 471 अपराध में केस दर्ज किया है । परन्तु यह इतना शातिर है कि पुलिस को दिनांक 2-6-2023 को थाने आने का कहकर फरार हो गया, फिर इसे धारा 41 का पहला और दूसरा नोटिस दिया गया, जिसकी मियाद दिनांक 5-7-2023 को खत्म हो गई । इसने अपना मोबाइल नंबर, अपनी पत्नी स्मिता जयपुरिया व दोनों बेटों के सबके मोबाइल नंबर स्विच ऑफ कर दिए, अपना फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम एकाउंट बंद कर दिया । जिससे की पुलिस इसे पकड़ नहीं पाए ।
मजबूरन सभी कार्रवाई करने के बाद पुलिस ने सिद्धार्थ जयपुरिया को ABSCONDER अर्थात भगोड़ा घोषित कर दिया है। पुलिस ने इसके आवास संख्या 303 सनसाइन सोसायटी झोटवाड़ा स्थित भवानी निकेतन स्कूल के सामने नोटिस चस्पा किया है । शहर में जगह-जगह भगोड़े को तलाशने के लिए प्रयास किए जा रहे है । पुलिस शीघ्र इनके रिश्तेदारों, ट्रेनिंग स्कूलों व कॉलेज में जहां भी सुराग मिलेगा वही सम्पर्क कर इसका पकड़ने का पूर्ण प्रयास कर रही है ।
