राजस्थान

वन क्षेत्र में मिला गर्भवती नील गाय का कटा सिर

Admin4
13 July 2023 8:51 AM GMT
वन क्षेत्र में मिला गर्भवती नील गाय का कटा सिर
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टोंक। टोंक आवां कस्बे में मिले नीलगाय के कटे सिर को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है। उन्होंने कई प्रकार की आशंकाएं जताई है। ग्रामीणों का कहना है कि शिकारियों ने उसे मारा और सिर काट कर वहीं पटक गए। उन्होंने वन विभाग से शिकारियों को पकड़ने की मांग की है। आवां. कस्बे में मंगलवार दोपहर चांदली माता रोड स्थित वन क्षेत्र में एक गर्भवती नीलगाय का कटा हुआ सिर मिलने से लोगों में सनसनी फैल गई। इसकी सूचना लोगों ने सरपंच दिव्यांश भारद्वाज को दी। जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर कस्बे के बाशिंदे बद्री लाल सैनी, गोलू प्रजापत और शिवराज प्रजापत अपनी लापता भैंसों को तलाश करने वन क्षेत्र में गए थे, जहां उन्होंने अज्ञात शिकारियों की ओर से काटा गया गर्भवती नीलगाय का सिर और पैर सहित लगभग अर्द्ध विकसित भ्रूण देखा। साथ ही आसपास ताजा खून देखकर उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई।
उन्होंने घटना की जानकारी फोन कर आवां सरपंच दिव्यांश महेंद्र भारद्वाज को दी। घटना की जानकारी मिलते ही सरपंच कुछ लोगों को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे। तब तक वहां पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। इस घटना को लेकर कस्बे के लोगों में वन विभाग के कर्मचारियों की ओर से बरती जा रही लापरवाही और ऐसे खूनी शिकारियों के खिलाफ आक्रोश है। सरपंच भारद्वाज ने घटना की जानकारी वन विभाग के आला अधिकारियों को देकर ऐसे वहशी दरिंदों का पता लगाकर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने की मांग की। शिकारियों पर नहीं रोक जिले में नील गायों के शिकार की घटनाएं बढ़ रही है। गत दिनों भी रणथम्भौर इलाके में नील गाय का शिकार की घटना सामने आई थी। इस शिकार की घटना को अंजाम देने वाले टोंक के निवासी थे। उन्होंने पूछताछ में ये बताया था कि टोंक में बड़े पैमाने पर नील गाय का मांस बेचा जाता है। पर वन विभाग इन पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है।
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