राजस्थान

पढ़ाई के साथ छात्राओं को देंगे आत्मरक्षा की ट्रैनिंग

Admin Delhi 1
2 Jan 2023 1:48 PM GMT
पढ़ाई के साथ छात्राओं को देंगे आत्मरक्षा की ट्रैनिंग
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कोटा न्यूज़: मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, उड़ान तो हौसलों से भरी जाती है... ढूंड लेना अंधेरों में मंजिल अपनी, जुगनू कभी रौशनी के मोहताज नहीं होते ....आत्मविश्वास और जुनून से लबरेज इस पंक्ति के जरिए राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में वुमन सेल की अध्यक्ष प्रोफेसर मनीषा व्यास ने अपने इरादे बयां कर दिए हैं। छात्राओं की सुरक्षा को लेकर उन्होंने बड़े बदलाव किए हैं। हॉस्टल की प्रत्येक लड़कियों से संवाद व काउंसलिंग के लिए कमेटी गठित की है। मौके पर उनकी परेशानियों का निवारण किया जाएगा। साथ ही उन्हें आत्मरक्षा प्रशिक्षण की ट्रैनिंग दिए जाने सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। पेश हैं व्यास से बातचीत के प्रमुख अंश...

सवाल : आरटीयू में छात्राओं की सुरक्षा के लिए वुमन सेल क्या कर रही है?

जवाब : गर्ल्स हॉस्टल से लेकर क्लासरूम तक शिकायत पेटियां लगवाई गई हैं। छात्राएं अपनी शिकायत इस पेटी में डाले, प्रतिदिन पेटी में मिले शिकायती पत्रों की जांच की जाएगी। मौके पर ही समस्या का समाधान किया जाएगा। जांच में दोषी मिलने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सवाल : छात्राओं को वुमन सेल पर विश्वास नहीं, अविश्वास की खाई कैसे दूर करोगे?

जवाब : कहीं न कहीं सिस्टम में खामियां रहीं होंगी, जिसकी वजह से उस छात्रा को परमार की शिकायत करने पुलिस थाने जाना पड़ा। इसी खामियों को सुधारने का प्रयास किया है। हॉस्टल में प्रत्येक छात्राओं से संवाद व काउंसलिंग के लिए कमेटी गठित करेंगे। वार्डन को उनकी परेशानियों को हल करने तथा सेल को रिपोर्ट करने के निर्देश दिए हैं। आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर लगा मार्शल आर्ट की ट्रैनिंग दी जाएगी।

सवाल : छात्राओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने की कोई योजना है?

जवाब : बिलकुल, छात्राओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए विधिक कार्यशाला, सेमीनार, नुक्कड़ नाटक सहित मेरे अधिकार नामक वर्कशॉप सहित कई आयोजन किए जाएंगे। वुमन सेल की एडवोकेट उन्हें कानूनी जानकारी देकर जागरूक करेंगी।

सवाल : अब छात्राओं के हॉस्टल से बाहर जाने-आने पर किस तरह से मॉनिटरिंग होगी?

जवाब : उपस्थिति रजिस्टर पर पैनी नजर रहेगी, सभी वार्डनों को इसके निर्देश दिए हैं। संदिग्ध गतिविधियां नजर आने पर उनके अभिभावकों को सूचित किया जाएगा।

सवाल : छात्राओं में अवेयरनेस के लिए किस तरह के प्रयास होंगे?

जवाब : कैम्पस में जगह-जगह बैनर, पोस्टर, पेम्पलेट सहित अन्य गतिविधियां आयोजित कर अवेयरनेस बढ़ाई जाएगी। किसी तरह की परेशानी की जानकारी देने के लिए फोन नंबर भी जारी किए जाएंगे।

सवाल : छात्राओं को अपनापन मिले, इसके लिए वुमन सेल क्या प्रयास करेगी?

जवाब : हॉस्टल में छात्राओं से संवाद कर यह जानने की कोशिश की जाएगी की वो किस तरह के बदलाव चाहते हैं, इसके लिए सुझाव लिए जाएंगे, जिस पर चर्चा कर अमल में लाएंगे। ताकि, छात्राओं को अपनी अहमियत महसूस हो। वहीं, हॉस्टल व कैम्पस में महिला सुरक्षाकर्मी भी तैनात करने के प्रयास होंगे।

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