राजस्थान
अधिकारी फील्ड में जाकर देखें स्वास्थ्य सेवाओं की नब्ज, आहत को दिलाएं राहत
Tara Tandi
25 July 2023 1:52 PM GMT

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अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग श्रीमती शुभ्रासिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढीकरण के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के बाद राइट टू हैल्थ के चलते सरकार ने आमजन को स्वास्थ्य की गारंटी दी है। विभागीय अधिकारियों को चाहिए कि वह लगातार फील्ड विजिट कर योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन तथा हर आहत को राहत मिलना सुनिश्चित करें।
श्रीमती सिंह मंगलवार को उदयपुर में आयोजित चिकित्सा विभाग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि विभाग के सभी जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी अपने कार्य क्षेत्र के चिकित्सा संस्थानों का सतत निरीक्षण करें, ताकि जीरो ग्राउंड लेवल तक स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ. रविप्रकाश माथुर ने विभागीय जानकारी देते हुए कहा कि राजकीय चिकित्सा संस्थानों को साधन संपन्न बनाने तथा आवश्यक मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए विभाग लगातार प्रयासरत है। अधिकारीगण सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास करें। निदेशक आरसीएच लोकेश चतुर्वेदी ने भी मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से जुड़े कार्यक्रम की प्रगति पर चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। प्रारंभ में चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक जुल्फिकार काजी ने वरिष्ठ अधिकारियों का स्वागत संभाग के सभी जिलों की स्वास्थ्य सेवाओं के संदर्भ में जानकारी दी। उपनिदेशक डॉ. पंकज जैन ने पीपीटी के माध्यम से योजनावार प्रगति से अवगत कराया। बैठक में संयुक्त निदेशक प्रशासन राजेश शर्मा, उदयपुर सीएमएचओ डॉ शंकरलाल बामणिया सहित उदयपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ तथा चित्तौडगढ़ जिलों से आए विभागीय अधिकारी, प्रोजेक्ट से जुडे़ अधिकारी-प्रभारीगण उपस्थित रहे।
इन योजनाओं, कार्यक्रमों की जानी प्रगति
अतिरिक्त मुख्य सचिव सिंह ने सर्वप्रथम मुख्यमंत्री बजट घोषणाओं की क्रियान्विति संबंधी प्रगति की समीक्षा की। इसमें उन्होंने जिलेवार नव घोषित जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, ट्रोमा सेंटर, सीएचसी, पीएचसी व उपस्वास्थ्य केंद्र आदि के लिए भवन की उपलब्धता, भूमि आवंटन की स्थिति आदि की जानकारी ली। उन्होंने जहां भूमि संबंधी इशू आ रहे हैं, वहां संबंधित जिला प्रशासन से समन्वय कर जल्द से जल्द व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। चिकित्सा संस्थानों के भवनों की स्थिति पर चर्चा करते हुए एसीएस श्रीमती सिंह एवं निदेशक जन स्वास्थ्य माथुर ने मरम्मत योग्य भवनों का आंकलन करने के निर्देश दिए। छोटी-मोटी मरम्मत की आवश्यकता वाले स्थानों पर यथासंभव आरएमआरएस, डीएमएफडी, इंदिरा शहरी रोजगार गारंटी जैसे स्थानीय स्त्रोतों से काम कराने तथा शेष के लिए प्रस्ताव तैयार कर मुख्यालय भिजवाने के निर्देश दिए। एसीएस ने युटीबी के माध्यम से स्टाफ लगाने की स्वीकृति का जिक्र करते हुए स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया कि पहले नवसृजित चिकित्सा संस्थानों पर स्टाफ लगाना सुनिश्चित किया जाए। चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने संभाग में योजना के तहत पंजीयन से वंचित 15 प्रतिशत परिवार को अभियान चलाकर जोड़ने, योजना में पेण्डिग क्लेम को जल्द से जल्द क्लियर कराने के भी निर्देश दिए। बैठक में जनता क्लीनिक, मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना, निःशुल्क जांच योजना, शुद्ध के लिए युद्ध अभियान, मौसमी बीमारियों की रोकथाम, सिलिकोसिस, परिवार कल्याण के तहत मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाना, संस्थागत प्रसव को बढावा, कुपोषिण उपचार केंद्र, एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान आदि योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की भी जिलेवार समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
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फोटो केप्शनः एसीएस मीटिंग-1 व 2 उदयपुर। चिकित्सा विभाग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक लेती अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रासिंह एवं मंचासीन अधिकारीगण। बैठक में मौजूद संभाग के सभी जिलों से आए चिकित्सा विभाग के अधिकारी-प्रतिनिधिगण।

Tara Tandi
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