जयपुर: हरियाणा में हिंसा के बाद राजस्थान के दो जिलों अलवर और भरतपुर में तनाव पैदा होने लगा है. दोनों जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के साथ ही हरियाणा और उत्तर प्रदेश सीमा से सटे इलाकों में पुलिस के जवान लगातार मार्च कर रहे हैं. दोनों जिलों में बिना अनुमति रैली, जुलूस और प्रदर्शन पर रोक रहेगी.
कार्यक्रम के लिए प्रशासन की अनुमति अनिवार्य है
धारदार हथियारों के इस्तेमाल पर रोक लगाने के साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी तरह के कार्यक्रम के लिए प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया गया है. इंटरनेट मीडिया पर नजर रखी जा रही है.
मेव बाहुल्य दस उपखंड क्षेत्रों में 144 लागू
हरियाणा से सटे अलवर जिले के दस मेव बाहुल्य उपखंड क्षेत्रों में कानून व्यवस्था एवं लोक शांति बनाए रखने के लिए संबंधित उपखंड मजिस्ट्रेटों ने अपने-अपने क्षेत्रों में अगले दस दिनों के लिए धारा 144 लागू कर दी है. भरतपुर की पहाड़ी, कामां, नगर और सीकरी तहसीलों में इंटरनेट बंद कर पुलिसकर्मी तैनात हैं। दोनों जिलों में अधिकारी हिंदू और मुस्लिम समुदाय के प्रमुख लोगों के साथ लगातार बैठकें कर शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं.
भरतपुर में कई इलाकों में इंटरनेट बंद
अलवर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट उत्तम सिंह शेखावत ने बताया कि हरियाणा की सीमा से लगे अलवर शहर, तिजारा, रामगढ़, गोविंदगढ़, कठूमर, लक्ष्मणगढ़, टपूकड़ा, मालाखेड़ा, किशनगढ़बास और कोटकासिम में धारा 144 लागू कर दी गई है.
भिवाड़ी में हिंसा के बाद प्रशासन अलर्ट
गुरुग्राम से सटे भिवाड़ी में मंगलवार को हुई हिंसा के बाद भरतपुर और अलवर जिले में दोनों समुदायों के कुछ लोगों ने छोटी-छोटी बैठकें करनी शुरू कर दीं. लेकिन प्रशासन ने सख्ती और समझाइश के जरिए शांति बनाए रखने के प्रयास शुरू कर दिए हैं.