दौसा. राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा (Minister Parsadilal Meena) के आवास पर रविवार को ज्ञापन देने के बात पर जमकर हंगामा हो गया. इस दौरान मंत्री मीणा और समाजसेवी राजेश्वरी मीणा के बीच तकरार हो गई. हंगामा बढ़ने पर मंत्री ने राजेश्वरी मीणा समेत उनके साथ आये अन्य लोगों को बाहर निकालने के लिये पुलिसकर्मी को बुलाया लिया. पुलिसकर्मी ने भी बिना महिला कांस्टेबल के ही समाजसेवी महिला को मंत्री आवास से बाहर निकाल दिया. राजेश्वरी मीणा ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि बिना महिला पुलिसकर्मी के ही पुलिसकर्मियों ने धक्के देकर उनको बाहर निकाल दिया. उनके साथ अभद्रता की गई.
दरअसल पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को लागू करने की मांग को लेकर रविवार को दौसा के खुर्रा गांव से जयपुर के लिए पैदल यात्रा रवाना हुई थी. यह पैदल यात्रा जैसे ही मंडावरी में मंत्री परसादीलाल मीणा के आवास पर पहुंची तो वहां जमकर हंगामा हो गया. राजेश्वरी मीणा के नेतृत्व में निकाली जा रही इस पैदल यात्रा के दौरान मंत्री परसादीलाल मीणा को ज्ञापन दिया गया. पैदल यात्रा के रूप में ज्ञापन देने पहुंचे लोगों की मांग थी ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाने के लिए सरकार संशोधित डीपीआर भिजवाए.
मंत्री ने खोया आपा और पुलिस को बुला लिया
पैदल यात्रा के रूप में पहुंचे लोग जब काफी देर तक मंत्री से बहस करते रहे तो उन्होंने आपा खो दिया और वे खड़े हो गए. इस दौरान उन्होंने समाजसेवी राजेश्वरी मीणा सहित ज्ञापन देने आए लोगों को बाहर निकालने के लिये पुलिसकर्मी को बुला लिया. मंत्री परसादीलाल मीणा ने ज्ञापन देने आए लोगों से कहा गेट आउट. इस पर पुलिसकर्मी ने राजेश्वरी मीणा और उनके साथ आये लोगों को मंत्री आवास से बाहर निकाल दिया.
मंत्री और महिला के बीच हुई तीखी बहस
हालांकि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान महिला मंत्री परसादीलाल मीणा के हाथ जोड़ती रही और कहा कि उन्हें सिर्फ पानी चाहिए. ऐसे में ईआरसीपी को लेकर राज्य सरकार अपनी कार्रवाई करें और केंद्र पर दबाव बनाएं. इस हंगामे के दौरान मंत्री परसादीलाल मीणा और राजेश्वरी मीणा के बीच जमकर तीखी बहस हुई. वहां मौजूद लोगों ने इसका वीडियो भी बना लिया. बाद में यह वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल हुआ.