Jaipur में सफाई कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ निकाली रैली
जयपुर: 24 हजार से ज्यादा पदों पर प्रस्तावित सफाई कर्मचारी भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देने की मांग को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। पिछले तीन दिनों से जारी कार्य बहिष्कार हड़ताल के बाद अब सफाई कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को जयपुर में संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के बैनर तले वाल्मीकि समाज के कर्मचारियों ने परकोटे में विरोध रैली निकाल प्रदर्शन किया।
कल (शुक्रवार) संयुक्त वाल्मिकी एवं सफाई श्रमिक संघ के बैनर तले वाल्मिकी समाज के कर्मचारियों ने जयपुर के परकोटे में विरोध रैली निकाली. इस दौरान संयुक्त वाल्मिकी एवं सफाई श्रमिक संघ के पदाधिकारियों ने कहा- अगर सरकार ने हमारी मांग जल्द पूरी नहीं की तो वाल्मिकी समाज सरकार के खिलाफ प्रदेश भर में लड़ाई लड़ेगा. संयुक्त वाल्मिकी एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि सरकार ने प्रदेश में 24 हजार 797 सफाई कर्मचारियों की भर्ती की है. संघ ने उस भर्ती के नियमों में कुछ संशोधन का प्रस्ताव सरकार को दिया. 15 मार्च को सरकार और यूनियन के बीच इन मांगों पर सहमति बनी थी.
समझौते के अनुसार नगर निकायों में कार्यरत सफाई कर्मचारियों (अस्थायी) को प्राथमिकता दी गई है तथा वर्ष 2012 एवं 2018 की भर्ती के अभ्यर्थियों के मामले न्यायालय में लंबित हैं। नीतिगत निर्णय लेकर इन्हें नियुक्त करने पर सहमति बनी. लेकिन सरकार ने सहमति पत्र को दरकिनार कर भर्ती की तैयारी शुरू कर दी है. जिसे हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। आपको बता दें कि जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज में फिलहाल 8 हजार से ज्यादा सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं. इनमें बड़ी संख्या में वाल्मिकी समाज के कर्मचारी हैं। जो पिछले 3 दिनों से कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर हैं. ये कर्मचारी कल हड़ताल पर रहेंगे. जिसके चलते जयपुर शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है.
इन मांगों पर एडीए संघ: सफाई कर्मचारियों की भर्ती मस्टरोल के आधार पर की जाए। जिसमें पहले कर्मचारी से 1 वर्ष तक कार्य कराया जाए उसके बाद नियुक्ति दी जाए।
पिछली भर्तियाँ जिनमें मामला न्यायालय में विचाराधीन है, या जिनमें निर्णय हो चुका है, उनमें वाल्मिकी समाज के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाये। उनमें नियुक्ति आदेश जारी किये जायें।