राजस्थान

Sadhvi Aishwarya Prabha ने कहा- आत्मा का धर्मस्थल पर प्रवेश ही चातुर्मास का प्रवेश

Gulabi Jagat
14 July 2024 4:20 PM GMT
Sadhvi Aishwarya Prabha ने कहा- आत्मा का धर्मस्थल पर प्रवेश ही चातुर्मास का प्रवेश
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Bhilwara भीलवाडा। राजस्थान प्रवर्तिनी यशकंवर महाराज की सुशिष्याओ मे महासाध्वी मनोहर कंवर, महासती ज्ञानकंवर, साध्वी प्रतिभा, साध्वी पुष्पलता, साध्वी ज्योति प्रभा, साध्वी ऐष्वर्य प्रभा आदि का रविवार को शास्त्रीनगर मे लक्ष्मणसिंह संजूलता बाबेल के निवास से भव्य झूलुस के साथ चातुर्मास मंगल प्रवेश अहिंसा भवन मे हुआ। इस दौरान साध्वी मंडल का जगह-जगह जयकारों के साथ अभिनन्दन किया गया। मंगल प्रवेश के समय युवा मंडल के सभी सदस्य वाईट ड्रेस में और चंदनबाला महिला मंडल की बहने चुंदड़ी मे प्रभु महावीर के जयकारे लगाकर साध्वीयो के साथ साथ चल रही थी। रास्ते मे पूर्वसभाति मंजु पोखरना के निवास पर साध्वीवृंद का स्वागत किया गया और शास्त्रीनगर अहिंसा भवन मे साध्वी मंडल के पधारने पर श्रीसंघ के मुख्य मार्गदर्शक अशोक पोखरना, हेमंत आंचलिया मीठ्ठा लाल सिंघवी, अध्यक्ष लक्ष्मण बाबेल, मंत्री दिनेश मेहता, विनोद बोहरा, ओमप्रकाश सिसोदिया, महेंद्र छाजेड, सुशील चपलोत, सरदारसिंह कावड़िया, सुन्दरलाल बापना, जसवंतसिंह डागलिया, जितेश चपलोत, हेमन्त बाबेल, मुकेश डाँगी, प्रवीण कोठारी, अनिल विश्नोत और महिला मंडल की अध्यक्षा नीता बाबेल, मंत्री रजनी सिंघवी, मंजु बापना, उमा आँचलिया, कोषाध्यक्ष सुनीता झामड़, वनिता बाबेल, लाड़ पीपाड़ा, वंदना लोढ़ा, आशा संचेती, सरोज मेहता, प्रियंका, बिंदु बापना, अंजना सिसोदिया, लाड़ मेहता, बलवीर चोरडिया, ममता रांका, रश्मि लोढ़ा आदि सभी पदाधिकारियों ने हजारो श्रावक-श्राविकाओं की साथ चातुर्मास मे पधारी महासती मनोहर कंवर आदि का सामूहिक रुप से अगवानी के साथ अभिनन्दन किया। चातुर्मास प्रवेश धर्मसभा मे साध्वी ऐष्वर्यप्रभा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि आत्मा का धर्मस्थल पर प्रवेश ही चातुर्मास का प्रवेश है।
यह खोई हुई चेतना को जगाने जीवन को संवारने का अवसर मिला है उसे व्यर्थ न गंवाए और परमात्मा के बताए गये धर्ममार्ग पर चलने पर हम अपनी जीवन यात्रा को मंगलमय बनाकर आत्मा का अभ्युदय करवा सकते हैं। चातुर्मास प्रवेश मे डॉ सुलोचना साध्वी विश्ववंदना आदि श्रीसंघ और साध्वीयो को चातुर्मास की शुभकामनाएं देतें हुए कहा कि चातुर्मास परिवर्तन का माध्यम बने पुनरार्वतन का नहीं। इस चातुर्मास में चार माह तक कर्मो की निर्जरा करने जो सुनहरा अवसर मिला उसका भरपूर लाभ लेवें। धर्मसभा मे कोटा, नीमच सिंघोली. सवाईमाधोपुर, चितौड़, बेगूं, बिजोलिया, मांडलगढ़, कोटड़ी, शाहपुरा श्रींसघो के अलावा शहर के कई गणमान्य अतिथियो की उपस्थिति रही। सभी अहिंसा भवन के पदाधिकारियों स्वागत किया। प्रवक्ता सुनिल चपलोत ने बताया साध्वीवृंद के नियमित प्रवचन 19 जुलाई से प्रातः 9 बजें से 10 बजें तक होगें।
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