सुराणा गांव में छात्र की मौत के मामले में पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने जालौर का दौरा कर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी. इस दौरान उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि हमें ऐसी संकीर्ण मानसिकता को पराजित करने के लिए कदम उठाने पड़ेंगे. संकीर्ण मानसिकता को लेकर कानून का डर जेहन में होना चाहिए. हम सबको मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकना चाहिए.
बातचीत में पायलट ने घटना की निंदा करते हुए जातिगत भेदभाव को राजस्थान के हित में नहीं बताया. उन्होंने स्कूल की मान्यता रद्द करने के साथ भेदभाव मिटाने के लिए सामाजिक समरसता पर भी जोर दिया.
सचिन पायलट ने कहा परिजनों पर लाठी चार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों और एडीएम के विरुद्ध भी कार्रवाई करनी चाहिए. परिजन उनका नाम लेकर बता रहे हैं. उनके साथ वन मंत्री हेमाराम चौधरी ,प्रशांत बैरवा विधायक निवाई ,अनिल चोपड़ा मुकेश भाखर,रामनिवास गावड़िया, पारश गुर्जर सहित कई कांग्रेसी नेता पहुंचे सुराणा गांव छात्र इंद्र मेघवाल के परिजनों से मुलाकात कर दी सांत्वना,सरकार से निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों को सजा दिलाने का दिया भरोसा दिया.
बता दें कि सुराणा टीचर की कथित पिटाई से जालोर के छात्र इंद्र मेघवाल की मौत के मामले में राजनीति चरम पर है. पीड़ित परिवार से मिलने के लिए नेताओं का भी सुराणा गांव पहुंचने का सिलसिला जारी है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को सुराणा गांव पहुंचकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता छात्र के परिजनों को देने की घोषणा की हैं.
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, मंत्री गोविंद मेघवाल, राज्य मंत्री अर्जुन बामणिया, जनअभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर मंगलवार दोपहर करीब एक बजे पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे.
इस दौरान डोटासरा ने आश्वासन दिया कि परिवार को उचित मुआवजा दिया जाएगा. वापस जाते समय सभी लोग 36 कौम के धरने पर पहुंचे। यहां उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी. दोषी को सजा दी जाएगी और निर्दोष लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी. डोटासरा के पहुंचने के करीब 15 मिनट बाद बारां-अटरू विधायक पानाचंद मेघवाल पहुंचे. मेघवाल ने कहा कि जब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं होती, इस्तीफा वापस नहीं लूंगा.