जयपुर: प्रदेश कांग्रेस पार्टी की हाल ही में घोषित नई कार्यकारिणी और जिला अध्यक्षों की सूची में अभी और बदलाव संभव हैं। माना जा रहा है कि पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट समर्थित उन नेताओं को फिर से एडजस्ट किया जा सकता है, जिनके नाम इस नई सूची से हटा दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक इस संभावित बदलाव को लेकर संगठन के शीर्ष नेताओं और सचिन पायलट के बीच कवायद पूरी हो चुकी है। ऐसे में हटाए गए नेताओं को जल्द ही एक बार फिर कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों की सूची में जगह मिल सकती है।
पहले उन्हें हटाया, अब वापस
प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी और जिला प्रमुखों की टीम में सचिन पायलट समर्थित वेद प्रकाश सोलंकी, महेंद्र सिंह खेड़ी, गजेंद्र सांखला और शोभा सोलंकी को जगह नहीं मिल पाई। लेकिन अब इन सभी नेताओं को कोई न कोई पद देकर समायोजित किया जा सकता है।
सहप्रभारी-पायलट की बैठक अहम
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और तीन सह प्रभारी काजी निजामुद्दीन, अमृता धवन और वीरेंद्र सिंह ने शुक्रवार को जयपुर में पायलट के आवास पर मुलाकात की. प्रदेश संगठन में पायलट समर्थित नेताओं को तवज्जो नहीं मिलने के बीच इन नेताओं की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस की हाल ही में घोषित कार्यकारिणी और जिला अध्यक्षों की नई सूची पर मंथन हुआ।पायलट ने सहप्रभारी के साथ मिलकर हटाए गए समर्थित नेताओं को एक बार फिर से टीम में जगह देकर एडजस्ट करने के तरीके ढूंढे।
इन पायलट समर्थित नेताओं को मिली है जगह
प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी और जिला अध्यक्षों की सूची में पायलट समर्थित जिन नेताओं को जगह मिली है उनमें विधायक इंद्राज गुर्जर, मुकेश भाकर, राकेश पारीक के साथ ही राजेश चौधरी, प्रशांत शर्मा, राजेंद्र शर्मा, नसीम अख्तर इंसाफ, सुशील शर्मा, दर्शन शामिल हैं। सिंह संजय जाटव और सुरेश मिश्रा का नाम शामिल है. वहीं नवलगढ़ विधायक राजकुमार शर्मा के भाई राजपाल शर्मा को भी प्रदेश महासचिव बनाया गया है। इसके अलावा कई अन्य विधायकों को भी प्रदेश कार्यकारिणी में जगह दी गई है।