राजस्थान

बाल विवाह रोकने के लिए संयुक्त अभियान चलाएं

Tara Tandi
3 April 2024 1:20 PM GMT
बाल विवाह रोकने के लिए संयुक्त अभियान चलाएं
x
बारां । जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग की जिला स्तरीय बैठक मंगलवार को जिला मिनी सचिवालय सभागार में अतिरिक्त जिला कलक्टर दिव्यांशु शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने बताया कि बाल विवाह के मामलों में रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाकर इसे रोकने का प्रयास व उससे होने वाले दुष्परिणाम के बारे मे जागृति के लिए विद्यालयों, छात्रावास, ग्राम पंचायत व ग्रामीण क्षेत्रों मे जनसंपर्क कर संयुक्त अभियान चलाया जाए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी ने बैठक में बताया कि बाल विवाह के प्रति लोग अब जागरूकता दिखाने लगे हैं। जिससे बाल विवाह की सूचना किसी न किसी के माध्यम से प्रशासन तक पहुंच जाती है। वर्तमान में बाल विवाह बाल विवाह के आंकड़ों मे कमी आई है।
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश मेहता व सदस्य खेमराज सिंह ने बताया कि आखातीज (अक्षय तृतीया) पर होने वाले बाल-विवाह पर संबंधित विभाग व जिले मे संचालित चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 निगरानी रखकर बिना विलम्ब के सम्बंधित अधिकारी व बाल कल्याण समिति को सूचना कर अवगत करा सकते है। बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक, राकेश कुमार वर्मा ने बताया कि जिले में प्रशासन की मदद से बाल विवाह रूकवाने में प्रभावी प्रयास किए जाएंगे। चाइल्ड हेल्पलाइन के समन्वयक महेश कुमार नामा ने बाल निषेध अधिनियम 2006, किशोर न्याय (बालकांे की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015, लैगिंक अपराधांे से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के अनुरूप बाल-विवाह रोकने के विषय पर जानकारी दी। संरक्षण अधिकारी लोकेश सेन ने बताया कि सभी से बाल विवाह प्रथा को समाप्त करने मे सहयोग प्रदान करने की अपील की। बैठक के दौरान सीडीईओ संतोष वर्मा, सीडीपीओ रवि मित्तल, पुष्पा शर्मा, सांख्यिकी विभाग के रामप्रसाद बेैरवा, चाइल्ड हेल्पलाइन की काउंसलर सुरभि गौतम, टेन्ट एसोसिएशन अध्यक्ष पप्पू पाटोदी, जगदीश सुमन, विनिता सेन, सुरेश सेन आदि उपस्थित रहे।
Next Story