बीकानेर वन विभाग प्रदेश में 9800 हेक्टेयर क्षेत्र को हरा-भरा बनाएगा। जिलों में वन भूमि चिह्नित कर घास के मैदान और वेटलैंड विकसित किये जायेंगे, जिस पर करीब 40 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. मानसून और अच्छी वर्षा को देखते हुए प्रदेश में वीरान, बंजर वन भूमि में घास के मैदान और वेटलैंड विकसित किये जायेंगे। इसके लिए प्रदेश के मुख्य वन संरक्षकों के जिलों में लक्ष्य तय कर दिये गये हैं. ग्रासलैंड और वेटलैंड (आर्द्रभूमि) के लिए प्रति हेक्टेयर 40 से 42 हजार रुपये का बजट दिया गया है. पूरे राज्य में 9800 हेक्टेयर क्षेत्र का विकास किया जाएगा जिस पर 39.91 करोड़ रुपये खर्च होंगे. बीकानेर में पहली बार ग्रासलैंड और वेटलैंड विकसित करने का लक्ष्य और बजट मिला है। डीएफओ वाइल्ड लाइफ को 200 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए 84 लाख रुपए और डीएफओ छत्तरगढ़ आईजीएनपी द्वितीय चरण को 100 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए 42 लाख रुपए का बजट मिला है। जैसलमेर जिले में डीएफओ वाइल्डलाइफ को सर्वाधिक 800 हेक्टेयर का लक्ष्य और 3.36 करोड़ रुपए का बजट दिया गया है।
किस जिले में कितने हेक्टेयर क्षेत्रफल का लक्ष्य
जोधपुर रेंज: पाली, सिरोही 200-200 हेक्टेयर, बाड़मेर 300 हेक्टेयर
बीकानेर रेंज: चूरू से 450, हनुमानगढ़ से 200, छत्तरगढ़ से 100 और बीकानेर तक 200
कोटा रेंज: कोटा 400
उदयपुर रेंज: चित्तौड़गढ़ 450, उदयपुर 400, डूंगरपुर 200, बांसवाड़ा 150
जयपुर रेंज : झुंझुनू 400, सीकर 400, अलवर 150
भरतपुर रेंज : भरतपुर 400, करौली 100 सवाईमाधोपुर 200
उदयपुर वन्य जीवन: राजसमंद 400, चित्तौड़गढ़ 500, उदयपुर 300
अलवर: सरिस्का 400
जोधपुर वन्य जीव: जैसलमेर 800 कोटा वन्यजीव: कोटा एमएनपी 400, बूंद 400
सवाईमाधोपुर वन्य जीव: भरतपुर केएनपी 400, सवाईमाधोपुर आरटीआर I 400, करौली आरटीआर II 400
अजमेर रेंज : नागौर 400, अजमेर 100 सरकार ने बजट में रेगिस्तानी और गैर-रेगिस्तानी इलाकों में चरागाह विकास की घोषणा की थी. प्रधान मुख्य वन संरक्षक (विकास) पीके उपाध्याय ने राज्य में क्षेत्रफल और बजट की जानकारी दी है.