राजस्थान

रोडवेज कंडक्टर ने सीट विवाद को लेकर हेड-कॉन्स्टेबल को दी धमकी

Admin4
2 July 2023 7:17 AM GMT
रोडवेज कंडक्टर ने सीट विवाद को लेकर हेड-कॉन्स्टेबल को दी धमकी
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अजमेर। जोधपुर से अजमेर के बीच सफर के दौरान सीट को लेकर रोडवेज बस कंडक्टर और पुलिस हेड कॉन्स्टेबल में विवाद हो गया। हेड कॉन्स्टेबल का आरोप है कि कंडक्टर ने उसे थप्पड़ मारा, धक्का मुक्की की और धमकाया। सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बुडकिया-भोपालगढ जोधपुर ग्रामीण निवासी रेवतराम पुत्र डालुराम जाट (48) ने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि वह हाडा रानी महिला बटालियन (IR) नारेली अजमेर में हेड कॉन्स्टेबल है। गत 27 जून को सरकारी काम से जोधपुर गया था। 29 जून को सुबह 6 बजे जोधपुर डिपो की बस से अजमेर जाने के लिए चढ़ा था। इस दौरान कंडक्टर हमीरसिंह चौहान ने मारपीट की और गाली गलौज कर अभद्र व्यवहार किया। रिपोर्ट में बताया कि बस निम्‍बाज स्‍टैण्‍ड से रवाना हुई थी, इस दौरान सीट को लेकर हमीरसिंह ने गाली गलौज करते हुए अभद्र व्यवहार किया। जिस पर उसे तसल्ली से बात करने को कहा तो उसने गुस्से में बोला कि उसे हमीरसिंह चौहान कहते हैं, ऐसी नौकरियों की परवाह नहीं हैं और हाथापाई पर उतारु हो गया। रोकने की कोशिश की तो उसने बाएं गाल व आंख के पास जोर से थप्पड़ मारा। इस हरकत पर अन्‍य यात्रियों ने भी उसे टोका। जब गाड़ी ब्‍यावर पहुंची तो शिकायत खिड़की पर गया वहां से मदद ना मिलने पर अधिकारी से बात करने की बात कहकर टाल दिया।
इस दौरान बस रवाना हुई तो दौड़ कर बस में बैठा और ब्‍यावर के अधिकारी से चलती गाड़ी में बात की। उन्होंने बताया कि यह गाड़ी हमारी डिपो की नही हैं, आप जोधपुर डिपो से बात करिए। तब जोधपुर डिपो के नंबर पर बात की तो ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने की बात कही गई। इस घटनाक्रम के दौरान सुबह साढ़े 10 बजे बस अजमेर पहुंच गई थी। तब अजमेर कन्‍ट्रोल रूम पर शिकायत करने की बात की तो कंडक्टर हमीरसिंह ने मुझे बोला कि यहां से चला जा नहीं तो अभी तेरी और पिटाई होगी। इस दौरान अन्य परिचालक और यात्री इकट्ठे हो गए। वो धमकी दे रहा था कि उसके नाना सुरेन्द्र सिंह कमिश्नर हैं, अभी तेरी ऐसी की तैसी करता हूं। उसने किसी को फोन लगाकर बात करने के लिए मजबूर किया, तब सामने वाले से बात की उसने अपना नाम राजेन्द्र सिंह राठौड़ बताया इसी दौरान साथी हेड कॉन्स्टेबल विनोद कुमार मुझे लेने व अस्पताल दिखाने के लिए आ गए थे। इसके बाद हम JLN अस्पताल अजमेर गए और इमरजेंसी में आंख का उपचार करवा कर दवाई ली। जिसके बाद नारेली पहुंच कर मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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