राजस्थान

भारी बारिश से उफान पर नदियां और नाले, 3 युवकों को गलती पड़ी भारी नाले में बहे ट्रैक्टर समेत

Shantanu Roy
10 July 2023 10:40 AM GMT
भारी बारिश से उफान पर नदियां और नाले, 3 युवकों को गलती पड़ी भारी नाले में बहे ट्रैक्टर समेत
x
राजस्थान। करौली जिले के सपोटरा उपखंड में बरसात का दौर लगातार जारी रहने से नदी नाले पूरी तरह उफान पर हैं. करणपुर उप तहसील के वालेर सड़क मार्ग पर फजीतपुरा का नाला उफान पर आने से तीन युवक बीती रात नाले में बह गए, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने अपने प्रयास से बाहर निकाल लिया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नाले में लगातार पानी आने से लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है. एक दूसरी तरफ लोग रुक गए. यहां से तीन युवक एक पानी के टैंकर में सवार हो गए. वह ट्रैक्टर पर सवार होकर रोड पार करने की कोशिश में थे. लेकिन जैसे ही ट्रैक्टर नाले में उतारा वैसे भी तेज बहाव होने के कारण टैंकर और ट्रैक्टर पानी में बहने लगे. शोर-शराबा कर ग्रामीणों को इकट्ठा किया गहरे पानी में जाने से ट्रैक्टर बह गया और तीनों युवक भी ट्रैक्टर के साथ बह गए. नाले के पास दोनों तरफ मौजूद लोगों ने शोर-शराबा कर ग्रामीणों को इकट्ठा किया और नाले में दूर जाकर पेड़ और पत्थरों की चपेट में रुकने के कारण तीनों ही युवकों को लोगों ने रस्सी के सहारे बाहर निकाल लिया, जिसमें ट्रैक्टर ड्राइवर घायल हो गया. जिसे करणपुर स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार के लिए भर्ती कराया.
जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे चिकित्सा कर्मियों ने छुट्टी दे दी. घटना के बाद से नाले में लगातार पानी बढ़ता गया लेकिन ग्रामीणों ने तीन युवकों की जान जोखिम में जाने के बावजूद लगातार नाले को पार करना जारी रखा. क्योंकि ग्रामीणों के पास दूसरा कोई रास्ता नहीं है. इस वजह से वह जान जोखिम में डालकर नाला पार कर गंतव्य स्थान पर आ जा रहे हैं. एसडीआरएफ या आपदा प्रबंधन के कोई प्रबंध नहीं नाले में ट्रैक्टर बह गया. साथ ही तीन युवक बह गए, उसके बावजूद भी वहां पर एसडीआरएफ या आपदा प्रबंधन के कोई प्रबंध नहीं किए गए. जिससे ग्रामीण जान जोखिम में नहीं आए और आवश्यक बीमार लोगों को सही समय पर नाला पार करवा सके. इस प्रकार के कोई प्रबंधन जिला प्रशासन के द्वारा नहीं किए जाने से ग्रामीण खासे नाराज हैं। आपको बता दें कि यह इलाका ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री रमेश चंद मीणा जो कि सपोटरा से विधायक हैं, लगातार तीसरी बार विधायक होने के बावजूद मंत्री रमेश मीणा इन बरसाती नालों पर पुल या पुलिया बनाने में सफल नहीं हो पाए. तीन कार्यकाल उन्होंने पूरे कर लिए हैं. सबसे बड़े मंत्रालय ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विकास उनके पास मौजूद है. उसके बाद भी ग्रामीणों को आज भी आजादी के 75 साल बाद आवागमन के रास्ते जान जोखिम में डालकर पार करने पड़ रहे हैं. यह सड़क मार्ग करणपुर उप तहसील को बालेर के रास्ते सवाई माधोपुर से जोड़ता है, जिससे लोगों का इस रास्ते पर आवागमन भी बहुत रहता है. दर्जनों गांवों का रास्ता नाला आने पर प्रभावित हो जाता है, जिससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
Next Story