राजस्थान
पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित - रिक्त पदों को भरने की त्वरित हो कार्यवाही
Tara Tandi
9 Jun 2023 1:06 PM GMT

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पशुपालन विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री विकास सीताराम भाले ने विभागीय गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कहा कि पशुपालन राज्य की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण अंग है, इसीलिए विभाग की प्रत्येक योजना को बेहतरीन तरीके से क्रियान्वयन करते हुए पशुपालकों को लाभान्वित करें। उन्होंने राज्य में संचालित पशु चिकित्सा संस्थानों की स्थिति की जानकारी लेते हुए कहा कि राज्य की प्रत्येक पशु चिकित्सा संस्था की आधारभूत संरचना को बेहतरीन बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए ताकि पशुपालकों को समस्त विभागीय सुविधाएं सुलभता से उपलब्ध हो सकें।
श्री भाले शुक्रवार को यहाँ पशुधन भवन में विभागीय गतिविधियों एवं योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने राज्य में संचालित पशु फार्म की विस्तृत जानकारी लेते हुए फार्म में किये जा रहे उन्नत नस्लीय पशुपालन एवं अन्य गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने इस अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विभाग पशु फार्म में उन्नत नस्लीय पशुपालन के साथ पशुपालकों को जागरूक कर रियायती दर पर पशु उपलब्ध करवाने का कार्य प्रमुखता से करें। ताकि राज्य के प्रत्येक पशुपालक को लाभान्वित किया जा सके।
- पशु चिकित्सा संस्थानों की आधारभूत संरचना हो बेहतर
इस दौरान श्री भाले ने राज्य में संचालित पशु चिकित्सा संस्थानों में की जा रही गतिविधियों एवं वहाँ की आधारभूत सुविधाओं की विस्तृत जानकारी लेते हुए कहा कि राज्य की समस्त पशु चिकित्सा संस्थानों की आधारभूत सुविधाओं को सुदृण करने का कार्य किया जाये, ताकि शहरी के साथ ग्रामीण पशुपालक भी पशु चिकित्सा का लाभ ले सकें।
- रिक्त पदों को भरने की त्वरित हो कार्यवाही
श्री भाले ने विभागीय संरचना की विस्तृत जानकारी लेते हुए विभाग में रिक्त चल रहे पदों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने विभागीय अधिकारीयों को निर्देशित किया कि रिक्त पदों के लिए आवश्यकतानुसार विभागीय पद्दोन्नति की कार्यवाही की जाये साथ ही सीधी भर्ती से भरे जाने वाले पदों के लिए भर्तियां प्रस्तावित की जाये। उन्होंने कहा कि रिक्त पदों को भरने से विभागीय गतिविधियां सुद्रण होंगी साथ ही पशुपालकों तक योजनाओं का लाभ पहुँचाना आसान हो सकेगा।
- उष्ट्र संरक्षण योजना ऊँट वंशवृद्धि के लिए बेहतरीन
उन्होंने राज्य में पशुओं की स्थिति व आकंड़ो की जानकारी लेते हुए उष्ट्र संरक्षण योजना को ऊंटों की वंशवृद्धि के लिए बेहतरीन योजना बताया। उन्होंने कहा कि ऊंटनी के 0-2 माह के टोडिये के जन्म के अवसर पर 5000-5000 रूपए की प्रोत्साहन राशि मिलने से ऊंटपालकों को आर्थिक सम्बल मिलेगा साथ ही राज्य में ऊंटों की संख्या में वृद्धि हो सकेगी।
-नस्लीय सुधार में किये जा रहे प्रयास सराहनीय
इस दौरान श्री भाले ने केंद्रीय एवं राज्य स्तरीय नस्लीय सुधार के लिए चलायी जा रही योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य में कृत्रिम गर्भाधान, भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक जैसी योजनाएं पशुओं के नस्लीय सुधार में मील का पत्थर साबित हो रही है। इस दिशा में विभाग द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि व्यापक प्रचार प्रसार के साथ नस्लीय सुधार में किये जा रहे प्रयासों से प्रत्येक पशुपालक को लाभान्वित करना सुनिश्चित करें।
बैठक में पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. भवानी सिंह राठौड़, राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. एन. एम. सिंह, वित्तीय सलाहकार श्री मनोज शांडिल्य सहित विभागीय उच्च अधिकारी मौजूद रहे।
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Tara Tandi
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