अजमेर न्यूज़: अजमेर में खुद की जाति बदलकर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। शिकायत पर तहसील प्रशासन ने जांच कराई तो पाया कि आरोपी ढोली नहीं बल्कि जाचक है। तहसीलदार के निर्देश पर पटवारी ने आरोपी के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया है।
बताया जाता है कि यह फर्जीवाड़ा इसलिए किया गया कि ढोली जाति एससी और जाचक ओबीसी में आते है। पुष्कर में बहुमूल्य जमीन की खरीद-परोख्त को लेकर ऐसा किया गया। उसकी जांच के बाद जाति सर्टिफिकेट खारीज कर दिया। जिसके विरुद्ध अपील लम्बित है।
पटवारी ने यह दी रिपोर्ट...
भावगढ-जमवरामगढ जिला जयपुर निवासी बड़ल्या के पटवारी सोराम गुर्जर पुत्र प्रभुदयाल गुर्जर (29) ने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट देकर बताया-शिवचौक बढी बस्ती पुष्कर निवासी गिरिराज गुजरिया ने जाति को लेकर शिकायत की। गिरीराज का आरोप है कि भंवरलाल उर्फ कचरू निवासी सरस्वती म्यूजिकल स्कूल, बढी बस्ती पुष्कर, अजमेर ने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर अपने दादा काना वल्द रोडा निवासी ग्राम बडल्या के वारिसान की जांच करने के लिए आवेदन किए।
मौके पर ग्रामवासियों से शपथ पत्र में अंकित वारिसान की जानकारी के आधार पर मृतक काना वल्द रोडा की जाति ढोली होना अंकित किया जाकर वारिसान की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है। गिरिराज गुजरिया ने उक्त जारी की गई प्रमाणित प्रति जिसमें पटवारी द्वारा प्रस्तुत किए गए मौका पर्चा में जाति ढोली का गलत व असत्य बताया और वारिसान की जांच / मौका पर्चा को निरस्त कर भंवरलाल उर्फ कचरू के विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्रवाई की मांग की।