राजस्थान

रीट पेपर लीक मामला : एसओजी के चौंकाने वाले खुलासे के बाद रीट परीक्षा रद्द होना कोर्ट के विवेक पर निर्भर, पढ़ें इनसाइड स्टोरी

Renuka Sahu
28 Jan 2022 4:31 AM GMT
रीट पेपर लीक मामला : एसओजी के चौंकाने वाले खुलासे के बाद रीट परीक्षा रद्द होना कोर्ट के विवेक पर निर्भर, पढ़ें इनसाइड स्टोरी
x

फाइल फोटो 

रीट पेपर लीक को लेकर एसओजी के चौंकाने वाले खुलासे के बाद रीट परीक्षा में पात्र घोषित किए गए 11 लाख अधिक अभ्यर्थियों के भविष्य पर तलवार लटक गई है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रीट पेपर लीक को लेकर एसओजी के चौंकाने वाले खुलासे के बाद रीट परीक्षा में पात्र घोषित किए गए 11 लाख अधिक अभ्यर्थियों के भविष्य पर तलवार लटक गई है। पेपर लीक होने की सीबीआई जांच करवाने और परीक्षा रद्द कर दोबारा करवाने की दो याचिकाएं हाईकोर्ट में लंबित है। राज्य में 26 सितंबर, 2021 को हुई रीट परीक्षा का रिजल्ट सिर्फ 36 के अंदर जारी कर दिया गया था। रीट के लिए इस बार 26 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इसमें से 11 लाख 4 हजार 216 को पात्र घोषित किया गया था। इसमें लेवल-1 के लिए 3 लाख 3 हजार 604 और लेवल-2 के लिए 7 लाख 73 हजार 612 को पात्र घोषित किया गया। इनमें से मेरिट के आधार पर 31 हजार शिक्षकों की नियुक्तयां की प्रक्रिया चल रही है। अब रीट परीक्षा लीक मामले में एसओजी के नए खुलासे के बाद न्यायालय में दायर याचिकाओं में भी बहुत कुछ बदल सकता है।

कानूनी जानकारों की अलग-अलग राय
रीट मामले में कानून के जानकारों का कहना है कि परीक्षा रद्द होना कई बिंदुओं और अदालत के विवेक पर निर्भर है। अभी यह कहना मुश्किल है कि पेपरलीक होने से कितने परीक्षार्थियों को फायदा हुआ होगा। लेकिन सुप्रीम कोर्ट चैयरमेन आॅल इंडिया रिक्रूमेंट बोर्ड के मामले में कह चुका है कि यदि किसी परीक्षा में मामूली लीकेज भी हुआ हो तो इससे पूरी प्रक्रिया ही दूषित हो जाती है। वहीं अन्य मामले में सुप्रीम कोर्ट ने न्यूनतम नुकसान के सिद्धांत के आधार पर गड़बड़ी करने वालों को बाहर करते हुए बाकियों की परीक्षा ज्यों की त्यों रखा था। जानकारों का कहना है कि फिलहाल कहना मुश्किल है कि रीट मामले मे अदालत का रूख क्या रहेगा। क्योंकि परीक्षा में लाखों अभ्यर्थी शामिल हुए थे। यदि दोबारा परीक्षा होगी तो सरकार को भारी खर्च उठाना पड़ेगा। बड़ी संख्या में परीक्षार्थी शामिल होंगे।
सबूतों के साथ सांसद किरोड़ी लाल जाएंगे हाईकोर्ट
रीट पेपर लीक मामले में गहलोत सरकार पर लगातार हमला बोल रहे भाजपा सांसद किरोड़ीलाल ने मंत्री और ब्यूरोक्रेट्स पर के शामिल होने के आरोप लगाए है। भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और राजस्थान बेरोजगार महासंघ एकीकृत के अध्यक्ष उपेन यादव ने रीट पेपर लीक मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। सांसद किरोड़ीलाल का कहना है कि पेपर लीक हुए है। इसलिए परीक्षा दोबारा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही सबूतों के साथ हाईकोर्ट जाएंगे। हाईकोर्ट से सीबीआई जांच एवं फिर से परीक्षा करवाने की गुहार लगाएंगे।
Next Story