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जयपुर: पावणों के प्रदेश में अब पग पग पर पर्यटक नजर आने लगे हैं. अब दशहरे के साथ ही फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो चुकी है ऐसे में सैलानियों की संख्या में जोरदार वृद्धि देखने को मिलेगी. उम्मीद की जा रही है कि 15 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या 5 लाख से ज्यादा रहेगी. ट्रेवल ट्रेड पूरी तरह से मेहमानों की अगवानी को तैयार है और दर्जनों ऐसे पैकेज बनाए गए हैं जिन्हें लेकर पर्यटकों में खासा उत्साह देखने को मिला है.
प्रदेश में ऑफ सीजन में आए रिकॉर्ड पर्यटक:-
माह पर्यटक संख्या राजस्व
जनवरी 3,59,000 1.90 करोड़
फरवरी 4,11,161 2.27 करोड़
मार्च 4,95,870 2.83 करोड़
अप्रेल 2,84,873 1.66 करोड़
मई 3,42,074 1.92 करोड़
जून 4,71,120 2.54 करोड़
जुलाई 5,26,101 2.93 करोड़
अगस्त 5,50,463 3.05 करोड़
सितंबर 3,46,044 2.33 करोड़
कुल 37,87,706 21.45 करोड़
सतरंगी संस्कृति का आकर्षण ऐसा कि पर्यटक यहां बरबस ही खिंचे चले आते हैं. पर्यटन को उद्योग का दर्जा मिलने के बाद तो पर्यटन ढांचे में तेजी से सुधार देखने को मिला है. ट्रेवल ट्रेड पूरे जोश के साथ पावणों के स्वागत में जुट गया है. इस वर्ष के पहले 9 महीने में ही करीब 38 लाख पर्यटक प्रदेश में आए हैं. अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही पर्यटकों की संख्या में जोरदार वृद्धि देखने को मिल रही है. कोरोना ने जब पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया तब भी राजस्थानी की आन, बान और शान को डिगा नहीं पाया. वरन पर्यटन के पायोनियर राजस्थान ने वैश्विक महामारी जैसी आपदा को अवसर में बदल दिया.
राजस्थान महामारी के दौर में सबसे सुरक्षित प्रदेश:
हमने प्री और पोस्ट कोविड मैनेजमेंट में देश दुनिया में नज़ीर पेश की और लोगों को ये समझाने में कामयाब रहे कि राजस्थान महामारी के दौर में सबसे सुरक्षित प्रदेश है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और विभाग के तमाम अधिकारियों ने बेहतर टीम वर्क और कुछ नया कर गुजरने की इच्छाशक्ति के बल पर इतिहास रच दिया. घरेलू पर्यटकों की संख्या में 84 प्रतिशत की रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है. मई से सितंबर तक के भीषण गर्मी और बरसात के दौर में भी राजस्थान में पर्यटन के लिहाज से ऑफ सीजन माना जाता था लेकिन इन 5 महीनों में हमने नया रिकॉर्ड बना दिया और ऑफ सीजन नाम की धारणा को हमेशा के लिए खत्म कर दिया. इन 5 महीने में सीजन के चार महीने से भी ज्यादा पर्यटक आए.
मई से सितंबर तक हर महीने सैलानियों की आवक बढ़ती चली गई:
यही नहीं... मई से सितंबर तक हर महीने सैलानियों की आवक बढ़ती चली गई. जनवरी से सितंबर तक 9 महीने करीब 38 लाख पर्यटक आए जिनसे 21 करोड़ से ज्यादा का राजस्व मिला. मई में प्रदेश में जहां 3 लाख 42 हजार से ज्यादा पर्यटक आए वहीं जून में यह संख्या 4 लाख 71 हजार से ज्यादा रही. जुलाई में बढ़कर 5 लाख 26 हजार से ज्यादा तो अगस्त में 5 लाख 50 से अधिक पर्यटक आए, सितंबर में 3 लाख 46 हजार से ज्यादा पर्यटक आए जो अभी तक का रिकॉर्ड है.
राज्य सरकार ने लगातार घरेलू पर्यटकों पर फोकस किया नतीजे शानदार रहे:
पुरातत्व विभाग की उप निदेशक कृष्णकांता शर्मा का कहना है कि पर्यटनस्थलों पर आधारभूत सुविधाओं का विकास और वर्चुअल टूर से भी पर्यटकों में राजस्थान को लेकर भरोसा दिखा. पर्यटन निदेशक रश्मि शर्मा का कहना है कि वैक्सीनेशन में मॉडल राज्य के तौर पर उभरना क्लिक कर गया. राज्य सरकार ने लगातार घरेलू पर्यटकों पर फोकस किया नतीजे शानदार रहे. कोरोना के बाद ता मानो पूरा प्रदेश इस बात में जुट गया था कि हमे पर्यटन को सिरमौर बनना है. यही कारण रहा कि राजस्थान में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि पूरे देश में सबसे ज्यादा रही और हमने कोरोना जैसी आपदा को अवसर में बदल दिया. अब फेस्टिव सीजन शुरू होने से पर्यटकों की संख्या में जोरदार वृद्धि देखने को मिल रही है.
Admin4
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