राजस्थान

देवा गुर्जर मर्डर मामले में रावतभाटा SHO लाइन हाजिर, जांच करेगी कोटा पुलिस

Kunti Dhruw
6 April 2022 1:52 PM GMT
देवा गुर्जर मर्डर मामले में रावतभाटा SHO लाइन हाजिर, जांच करेगी कोटा पुलिस
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हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर (Deva Gurjar) उर्फ देवा डॉन की हत्या के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है.

राजस्थान: हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर (Deva Gurjar) उर्फ देवा डॉन की हत्या के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. इस मामले में रावतभाटा थाने के एसएचओ राजाराम (Rajaram) को एसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है. पूरे मामले की जांच अब कोटा पुलिस (Kota Police) करेगी. हालांकि, एसएचओ को हटाने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन हत्याकांड के तुरंत बाद एसएचओ को हटाना कहीं ना कहीं देवा गुर्जर हत्याकांड में हुई चूक को माना जा रहा है. उधर, देवा गुर्जर का शव घटना के 18 घंटे बाद पैतृक गांव पहुंचा तो गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार में हजारों की तादाद में उसके समर्थक जुटे. देवा गुर्जर की दोनों पत्नियों ने अंतिम विदाई दी.


पुलिस टीमों का किया गया गठन
हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर की हत्या के बाद चित्तौड़गढ़ एसपी प्रीति जैन ने रावतभाटा क्राइम लोकेशन पर जाकर घटनास्थल का मौका मुआयना किया. एसपी ने बताया कि देवा गुर्जर मर्डर केस में अब तक 5 लोगों को राउंडअप किया जा चुका है. वहीं 4 संदिग्धों को डिटेन किया गया है. घटनास्थल मिले लोगों और वायरल हो रहे कथित वीडियो से 13 लोगों की पहचान हुई है. एसपी ने बताया कि बाकी आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें गठित की गई हैं, जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी.

सामने आई पुलिस की लापरवाही
गौरतलब है कि, इस पूरे हत्याकांड में कहीं ना कहीं कोटा आरके पुरम पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है. बताया जा रहा है कि हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर ने 26 मार्च को ही आधा दर्जन नामजद लोगों के खिलाफ फोन पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए कोटा के आरके पुरम थाने में शिकायत दी थी. कोटा पुलिस ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया और इसके 10 दिन बाद ही रावतभाटा में जानलेवा हमलें में देवा गुर्जर की हत्या कर दी गई.

परिवार ने रखी ये मांग
हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर मर्डर केस को लेकर कोटा में चल रहा बवाल परिजनों और प्रशासन के बीच 5 मांगों पर बनी सहमति के बाद थमा. परिजनों की ओर रावतभाटा थानाधिकारी राजाराम गुर्जर को लाइन हाजिर करने की मांग रखी गई थी, जिस पर चित्तौड़गढ़ एसपी प्रीति जैन ने थानाधिकारी को लाइन हाजिर भी कर दिया है. वहीं दूसरी अन्य मांगों में देवा गुर्जर मर्डर केस में दोषी को बख्शे नहीं जाने, प्रकरण की जांच रावतभाटा की बजाय कोटा में किए जाने, मृतक के परिवार को 5 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने और मृतक के परिवार में किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलवाने के लिए प्रस्ताव बनाकर सरकार को भिजवाना शामिल है. इन सभी मांगों के बाद देवा गुर्जर के शव का पोस्टमार्टम करवाया और शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया.

गमगीन माहौल में हुआ देवा गुर्जर का अंतिम संस्कार, उमड़ा सैलाब
18 घंटे तक कोटा मोर्चरी में रख रहे देवा गुर्जर के शव का अंतिम संस्कार गमगीन माहौल में उसके पैतृक गांव बोरावास में पहुंचने के बाद किया गया. यहां मोर्चरी के बाहर सहमति होने के बाद पुलिस बल के साथ देवा का शव उसके गांव सोमवार शाम को ले जाया गया. देवा का शव उसके घर पर ले जाया गया जहां दोनों पत्नियों ने देवा को अंतिम विदाई दी. यहां बोरवास के मुक्तिधाम में देवा गुर्जर का अंतिम संस्कार किया गया, इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा. समर्थकों ने देवा गुर्जर जिंदाबाद, देवा गुर्जर अमर रहें जैसे नारे भी लगाए.

सुबह से लगा था रावतभाटा-कोटा रोड पर जाम
मंगलवार सुबह भीड़ ने कोटा-रावतभाटा के बीच टायर जलाकर जाम लगा दिया था. इस दौरान रावतभाटा की ओर आ रही एक रोडवेज बस को भी आग के हवाले कर दिया गया. वहीं, जवाहर सागर नाके के पास 2 रोडवेज बसों के अगले टायरों की हवा निकाल दी गई. इस मार्ग पर सफर करने वाले राहगीरों से मारपीट भी की गई थी. कोटा और रावतभाटा पुलिस ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए अपने-अपने जिले की सीमाओं में कोटा-रावतभाटा मार्ग पर नाकेबंदी कर रखी थी.

संगीन मामलों में आरोपी था हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर
देवा गुर्जर हत्या के प्रयास सहित अन्य संगीन मामलों में आरोपी रह चुका था. खास बात ये है कि देवा ने जिस आरके पुरम थाने में शिकायत दी, वो उसी थाने में दर्ज कई मामलों हिस्ट्रीशीटर भी था. इसके अलावा रावतभाटा थाने में भी हिस्ट्रीशीटर की सूची में भी उसका छटे नंबर पर नाम है. साल 2015 में देवा गुर्जर सहित 3 लोगों ने न्यायालय में पेशी पर गवाही देने आए एक युवक कैलाश धाकड़ से रावतभाटा हाट चौक बाजार में दिनदहाड़े लाठियों से मारपीट की थी. बेरहमी के साथ मारपीट में युवक के दोनों पैर कई जगह से तोड़ दिए थे. मारपीट का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमले सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था.


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