डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं ने मौजपुर धाम बुधरवाली (naamcharcha in Budharwali) में महा परोपकार माह हर्षोल्लास से मनाया गया। महापरोपकार माह मानव सेवा के नाम रहा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में 23 जरूरतमंद परिवारों को एक माह का राशन दिया गया। वहीं सात गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार व दो परिवारों को आशियाना मुहिम के तहत साध-संगत द्वारा बनाकर दिए मकानों की चाबियां ब्लॉक के जिम्मेवारों द्वारा प्रदान की गई। इस दौरान पूज्य गुरु जी के वचनों को बड़ी-बड़ी स्क्रीनों के माध्यम से प्रसारित किया गया। पावन भंडारे पर साध-संगत को गुरू का अटूट लंगर वितरित किया गया।
हजारों श्रद्धालुओं ने लिया पावन भंडारे में भाग
रविवार सुबह होते ही बुधरवाली की ओर आने वाले सभी मार्गों पर साध-संगत बस, रेल, कार, जीप, मोटरसाइकिल व ट्रैक्टर-ट्राली के माध्यम से मौजपुर धाम, बुधरवाली में उमड़ पड़ी। इस दौरान जहां तक नजर दौड़ती थी डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु ही नजर आ रहे थे। ठीक 11:00 बजे इलाही नारे 'धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा' के साथ पावन भंडारे का आगाज हुआ। कविराज भाइयों ने परमपिता शाह सतनाम जी महाराज द्वारा सृष्टि पर किए गए महा परोपकार के रूप में पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को डेरा सच्चा सौदा का गद्दी नशीन बनाने की खुशी में शब्दों का गायन किया गया। शब्दों के गायन पर साध-संगत मंत्रमुग्ध होकर नाचती, गाती नजर आई। ठीक 12 बजे पूज्य गुरु जी के पावन वचनों को विशाल स्क्रीनों के माध्यम से चलाया गया।
मानव सेवा के नाम रहा महापरोपकार माह
पूज्य गुरु जी के पावन वचनों को ध्यान पूर्वक सुनती साध-संगत ने हाथ उठाकर पूज्य गुरू जी के बताए मार्ग पर चलने की शपथ ली। तत्पश्चात सतगुरु पर दृढ़ विश्वास रखने व तीनों वचनों पर पक्का रहने की शपथ साध-संगत द्वारा ली गई। साध-संगत ने आश्रम की सेवा कार्य के साथ-साथ माता-पिता की सेवा को भी अपनी प्राथमिकता बताते हुए शपथ ली। इसके बाद शुरू हुआ मानव भलाई कार्यों की श्रृंखला का। कार्यक्रम के तहत 23 जरूरतमंद परिवारों को एक माह का राशन, सात गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार व दो परिवारों को आशियाना मुहिम के तहत बना कर दिए गए मकानों की चाबियां भेंट की गई।