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नागौर इन दिनों राज्य स्तरीय श्री रामदेव पशु मेला है। मेले में 1500 से ज्यादा बैल और इतने ही ऊंट पहुंच चुके हैं। जोधपुर रियासत के तत्कालीन राजा उम्मेद सिंह ने देश भर में विशेष पहचान रखने वाले नागौरी नस्ल के बैलों को सरकारी संरक्षण देने के लिए इस मेले की शुरुआत की थी। भयंकर अकाल में पशुपालकों को राहत देने के लिए मेले की शुरुआत सत्र 1940, विक्रम संवत 1996 में की गई थी। साल 2000 में हाईकोर्ट ने तीन साल तक के बछड़ों के परिवहन पर रोक लगा दी थी। इसके बाद बाहर से आने वाले चरवाहों की संख्या कम हो गई।
HARRY
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