Rajsamand: डिप्टी खेड़ा ने नकली घी बनाने के कारखाने का किया खुलासा
राजसमंद: डीएसटी, फूड इंस्पेक्टर और राजनगर कोतवाली पुलिस ने कल (शुक्रवार) शाम राजनगर थाना क्षेत्र के डिप्टी खेड़ा गांव में नकली घी बनाने की फैक्ट्री पकड़ी। मौके से 76 टिन नकली घी, एक किलो पैकिंग के 123 डिब्बे जब्त किये गये। कुल 1263 लीटर नकली घी जब्त किया गया. नकली घी बनाने में इस्तेमाल होने वाले वनस्पति घी और रिफाइंड तेल के डिब्बे भी मिले। देर रात तक पुलिस और खाद्य निरीक्षकों की टीम जुटी रही। अलग-अलग सैंपल लेकर प्रयोगशाला भेजे जाएंगे। राजनगर द्वितीय थाना अधिकारी रमेश मीना ने बताया कि डिप्टी खेड़ा निवासी कालू लाल गुर्जर अपने ही मकान में नकली घी की फैक्ट्री चला रहा था. जहां कई मशहूर ब्रांड के घी के एक-एक किलो के पैकिंग बॉक्स थे। वहां 15 लीटर पैकिंग के कई टिन थे. पुलिस और खाद्य निरीक्षक की टीम की जांच में 76 टिन नकली घी से भरे हुए थे।
एक लीटर की पैकिंग में टिन में कुल 1140 लीटर और विभिन्न ब्रांड के 123 डिब्बे भरे हुए थे। इसमें सारस, नोवा, कृष्णा घी के डिब्बे शामिल थे। इसके साथ ही कई टिन में वनस्पति घी और सोयाबीन रिफाइंड तेल भरा हुआ था। जिससे नकली घी तैयार किया जाता है. अलग-अलग बोतलों में एसेंस जो नकली घी में देसी घी की खुशबू का काम करता है। एसेंस की बोतल जब्त कर ली. पुलिस ने बताया कि बाजार में बिक्री के लिए नोवा, सरस और कृष्णा घी के अलग-अलग ब्रांड के पैकिंग बॉक्स मिले। एक किलो की पैकिंग सीधे बाजार में बेची जाती है.
जबकि इन ब्रांडों के 15 लीटर के टिन उपलब्ध हैं, जो शादी-ब्याह और धार्मिक आयोजनों के लिए किचन का ऑर्डर मिलने पर सप्लाई किए जाते हैं। मौके पर सीएमएचओ डाॅ. खाद्य निरीक्षण टीम के हेमंत कुमार बिंदल, अशोक कुमार आदि ने अलग-अलग नमूने लिए। जिसे उदयपुर प्रयोगशाला भेजा जाएगा। इसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।