राजस्थान
राजस्थान : जन्मदिन पर ट्रेंड में आए सचिन पायलट, शक्ति प्रदर्शन से दूरी, नेताओं ने दी बधाई
Tara Tandi
7 Sep 2023 12:11 PM GMT
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राजस्थान की राजनीति में लोकप्रिय युवा नेता सचिन पायलट आज 46 साल के हो गए हैं। सचिन पायलट का जन्मदिन एक्स (ट्विटर) पर ट्रेंड कर रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पीएचईडी मंत्री डॉ महेश जोशी, खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला, गुजरात प्रभारी डॉ रघु शर्मा, पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी, एआईसीसी महासचिव जितेंद्र सिंह समेत कई राष्ट्रीय कांग्रेस नेताओं, प्रदेश सरकार में मंत्री, विधायकों और संगठन पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने सचिन पायलट को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। ट्विटर पर #राजस्थान कांग्रेस कमेटी, #हैप्पी बर्थडे सचिन पायलट और सचिन पायलट ट्रेंड कर रहे हैं।
राजस्थान : जन्मदिन पर ट्रेंड में आए सचिन पायलट, शक्ति प्रदर्शन से दूरी, नेताओं ने दी बधाई
पायलट के समर्थक भी उनका जन्मदिन इतने उत्साह से मनाते हैं कि वो सचिन पायलट के शक्ति प्रदर्शन में तब्दील हो जाता है। सचिन पायलट आई लव यू, आई लव यू और उनके समर्थन में हर बार जन्मदिन पर नारेबाजी होती है। लेकिन, इस बार पायलट विदेश में होने के कारण पर जयपुर नहीं आए। पायलट के समर्थकों ने पूरे राजस्थान में अलग-अलग जगह पर उनके समर्थन में ब्लड डोनेशन कैंप आर जरूरतमंदों को फल वितरण जैसे कार्यक्रम रखे हैं। सोशल मीडिया पर सचिन पायलट को जन्मदिन की बधाइयों का दौर जारी रहने से वे एक्स पर टॉप में ट्रेंड कर रहे हैं।
राजधानी जयपुर में लगे जन्मदिन पर पोस्टर
सचिन पायलट के जन्मदिन पर राजधानी जयपुर में बधाई और शुभकामनाओं के पोस्टर लगे हैं। सिविल लाइंस इलाके में उनके पोस्टरों की बहार है। उनके विधानसभा क्षेत्र टोंक में भी पोस्टर लगाए गए हैं। पूर्वी राजस्थान समेत प्रदेशभर के कई जिलों में समर्थक पायलट का जन्मदिन मना रहे हैं।
कम उम्र में बड़ी शोहरत और पद पाए
सचिन पायलट आज 46 साल के हैं। लेकिन, काफी कम उम्र में ही उन्होंने राजनीति में बहुत कुछ पा लिया और पायलट कहते हैं अभी बहुत कुछ पाना बाकी है। पायलट दौसा लोकसभा से महज 26 साल की उम्र में सांसद चुनकर लोकसभा में पहुंचे थे। तब वह देश के सबसे युवा उम्र के सांसद थे। दूसरी बार पायलट अजमेर से सांसद निर्वाचित हुए। लोकप्रियता के कारण उन्हें यूपीए सरकार में इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी और कम्युनिकेशन मंत्रालय का राज्य मंत्री बनाया गया था।
2013 के बाद शुरू हुआ संघर्ष का दौर
साल 2013 में हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के 21 सीट पर सिमट जाने के बाद सचिन पायलट का राजनीतिक संघर्ष का दौर भी शुरू हो गया। पायलट और उनके समर्थक काफी महत्वाकांक्षी भी रहे हैं। मौजूदा कांग्रेस सरकार बनने पर उन्हें डिप्टी सीएम, पीडब्ल्यूडी विभाग, ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग का मंत्री पद भी मिला। इससे पहले विपक्ष में रहते हुए वे प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। लेकिन, जुलाई-अगस्त 2020 में सियासी बगावत और गहलोत सरकार पर आए संकट के बाद उन्हें पद खोना पड़ा।
समझौते के बाद ट्रैक पर आ रहा पायलट का विमान
अब सीएम गहलोत से समझौते के बाद एक बार फिर सचिन पायलट के सियासी सफर का विमान धीरे धीरे ट्रैक पर आ रहा है। पायलट भी सोच समझकर कदम रख रहे हैं और ऐसे किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहते हैं, जिससे पब्लिक इमेज को या सियासी नुकसान हो। हालांकि, पायलट समर्थक अभी भी मौके के इंतजार में हैं। उन्हें उम्मीद है कि पायलट भविष्य में फिर से उभर कर आएंगे। क्योंकि वह युवा हैं। दौसा, अजमेर, टोंक, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर, बूंदी, भीलवाड़ा, समेत कई जिलों में उनके बड़ी संख्या में समर्थक हैं। जो जन्मदिन पर उन्हें बधाइयां दे रहे हैं। सचिन पायलट विधानसभा चुनाव किस सीट से लड़ेंगे, इसको लेकर भी चर्चा चल रही है। टोंक , नसीराबाद जैसी सीटों की चर्चाएं हैं। लेकिन, पायलट के टोंक से ही चुनाव लड़ने की उम्मीदें ज्यादा हैं।
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