राजस्थान
राजस्थान : मुर्गी पालन एक उत्तम व्यवसाय मुर्गी पालन एवं प्रबंधन विषय पर ऑनलाइन प्रशिक्षण
Tara Tandi
8 Sep 2023 1:18 PM GMT
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राजूवास बीकानेर के अंतर्गत कार्यरत पशु विज्ञान केंद्र, सूरतगढ़ द्वारा वैज्ञानिक मुर्गी पालन एवं प्रबंधन विषय पर ऑनलाइन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन शुक्रवार को केंद्र के प्रभारी अधिकारी अरुण कुमार झीरवाल के निर्देशन में किया गया। केंद्र के डॉक्टर मनीष कुमार सेन ने मुख्य अतिथि डॉ. भरत कुमार मीणा और पशुपालकों का ऑनलाइन माध्यम से स्वागत व्यक्त किया।
डॉ. भरत ने बताया कि संतुलित आहार मुर्गी के लिए बहुत आवश्यक साबित होता है क्योंकि अच्छा आहार देने से मुर्गियों में अधिक अंडे प्राप्त कर सकते हैं और साथ ही रोगों से लड़ने की शक्ति संतुलित आहार में होती है। यदि घटिया दर्जे का आहार पशुपालक देते हैं तो ना तो अच्छे अंडे और ना ही अच्छे मास वाली बॉयलर बन पाती हैं तथा मुर्गी फार्म में 70 से 80ः खर्चा मुर्गी आहार पर होता है। इसलिए आहार व्यवस्था सावधानी से करनी अत्यंत आवश्यक है।
डॉक्टर अरुण कुमार झीरवाल ने बताया कि मुर्गी पालन के साथ मुर्गियों को विभिन्न प्रकार के संक्रामक रोगों से बचाने के लिए मुर्गियों में टीकाकरण अवश्य करवाना चाहिए। बर्ड फ्लू, रानीखेत, चिकन पॉक्स जैसी भयानक बीमारियों से बचाने के लिए मुर्गियों को बाहरी पक्षियों/पशुओं के संपर्क से बचाना चाहिए। यदि कोई मुर्गी बीमार होकर मर गई हो तो उसे स्वस्थ पक्षियों से तुरंत अलग कर देना चहिए। पशु चिकित्क्स से सम्पर्क कर मरी हुई मुर्गी का पोस्टमार्टम करवाकर मृत्यु के सम्भावित कारणों का पता लगाना चाहिए।
केंद्र के डॉ. मनीष कुमार सेन ने मुर्गियों के लिए उचित तापमान, सापेक्ष आर्द्रता, अमोनिया स्तर, वेंटीलेशन, घर की दिशा, जैव सुरक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ऑनलाइन प्रशिक्षण मे कुल 37 पशुपालकों ने भाग लिया।
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