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राजस्थान न्यूज: छापेमारी जारी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष के हत्याकांड मामले में अभी भी आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर

Gulabi Jagat
19 Sep 2022 3:08 PM GMT
राजस्थान न्यूज: छापेमारी जारी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष के हत्याकांड मामले में अभी भी आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर
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राजस्थान न्यूज
झुंझुनूं में छात्रसंघ चुनाव के बाद छात्र नेता की हत्या से हुई झुंझुनूं के नए गैंग की एंट्री, इस हत्याकांड में गब्बर गैंग का नाम सामने आया. तमाम नाम सामने आने के बाद भी आरोपी पुलिस से कोसों दूर है। पुलिस ने गबर का ठिकाना ले लिया, गिरोह की कमर तोड़ने में लगी है। एक घटना ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया। इस हत्या के बाद जिले की कानून व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लग गया है. पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए गए। हत्याकांड के बाद विरोध प्रदर्शन हुए थे। पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष राकेश झाझड़िया हत्याकांड मामले में आठ दिन बीत चुके हैं. लेकिन पुलिस अभी तक मुख्य आरोपी तक नहीं पहुंच पाई है। पुलिस ने इस मामले में अब तक केवल एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। हालांकि पुलिस लगातार आरोपितों की तलाश कर रही है। हरियाणा, जयपुर, चुरू समेत अलग-अलग जगहों पर टीमें बनाकर छापेमारी की जा रही है. इस हत्याकांड के बाद गब्बर गिरोह का नाम काफी चर्चा में था, तीन साल पहले भी वाहन चेकिंग के दौरान गिरोह की ओर से पुलिस पर फायरिंग हुई थी, सूत्रों की माने तो गिरोह के कई सदस्य सक्रिय हैं. जिला, गिरोह हरियाणा से जुड़ा हुआ है। यह भी सामने आया है। गिरोह के सदस्य एक बड़ा अपराध कर हरियाणा में शरण लेते हैं। यह गैंग लंबे समय से सक्रिय है। गब्बर गैंग के खिलाफ हत्या के प्रयास, लूटपाट, तोड़फोड़ और कार जलाने, मारपीट समेत कई मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने हत्याकांड में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी पर 5-5 हजार के इनाम की घोषणा की है। आरोपी दिनेश मलसारिया, प्रदीप मंगवा, रवि बलौदा, देशबंधु, अरविंद गब्बर, रमेश कुमार, मंजीत झाझड़िया, अजीत बाबा, उमेश बबल, सोनू को इनाम घोषित किया गया है। इनमें चार आरोपी भी हिस्टशीटर हैं। हत्याकांड के बाद झुंझुनू शहर का लाल कोटी काफी चर्चा में रहा था, यह भी सामने आया था कि गब्बर गिरोह का मुख्य सरगना अरिवंद उर्फ ​​गब्बर है। इसी की शरण लेता था, यहीं से अपना गैंग चलाता था, यहीं से कई गुनाहों को अंजाम दिया जाता था। हत्याकांड के बाद लाल कोठी की शिकायत पर एसपी मृदुल कच्छवा ने कार्रवाई करते हुए लाल कोठी को अपने कब्जे में ले लिया और रात भर खाली कराकर पुलिस चौकी में तब्दील कर दिया. पुलिस की इस कार्रवाई से लगा कि हत्या में शामिल आरोपी जल्द ही पुलिस की हिरासत में होगा। लेकिन 8 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस खाली हाथ है.


Source: aapkarajasthan.com


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