राजस्थान

राजस्थान न्यूज: राज्यमंत्री के कहने पर स्कूल प्रिंसिपल ने कार्यग्रहण नहीं कराया, महिला लेक्चरर का आरोप

Gulabi Jagat
13 Aug 2022 5:18 AM GMT
राजस्थान न्यूज: राज्यमंत्री के कहने पर स्कूल प्रिंसिपल ने कार्यग्रहण नहीं कराया, महिला लेक्चरर का आरोप
x
राजस्थान न्यूज
भरतपुर. जिले में स्कूल के प्रिसिंपल की ओर से महिला व्याख्याता (Lecturer) को कार्य ग्रहण नहीं करने देने का मामला सामने आया है. बयाना के एक स्कूल से व्याख्याता का स्थानांतरण राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय महाराजसर में हुआ था. जब महिला व्याख्याता स्कूल में कार्य ग्रहण करने गई तो प्रिंसिपल ने उसे कार्य ग्रहण कराने से मना कर दिया. पूछने पर प्रिंसिपल ने राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग के आदेश पर कार्य ग्रहण नहीं कराने की बात बताई. पीड़ित महिला व्याख्याता ने इस पूरी घटना को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया है. वीडियो में महिला व्याख्याता ने राज्य मंत्री डॉक्टर सुभाष गर्ग को लेकर कई आरोप लगाए हैं. जिसके बाद माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर के निदेशक ने महिला व्याख्याता को एपीओ कर दिया है.
10 अगस्त को राजस्थान शिक्षा विभाग की ओर से एक आदेश जारी कर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बयाना में कार्यरत जीव विज्ञान की व्याख्याता सुनीता तेहरिया का स्थानांतरण राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय महाराजसर में किया गया. व्याख्याता सुनीता तेहरिया ने आरोप लगाया था कि वो शुक्रवार सुबह बयाना स्कूल से रिलीव होकर कार्यग्रहण करने के लिए महाराजसर स्कूल पहुंची. यहां प्रिंसीपल हेमचंद गोयल ने उनसे आवेदन और अन्य दस्तावेज ले लिए और ज्वाइनिंग करवा दी. लेकिन कुछ देर बाद प्रिंसीपल ऑन लाइन ज्वाइनिंग का कहकर बहाने बनाने लगे.
ये है प्रिंसपिल की ओर से आवेदन..

मंत्री गर्ग ने मना किया है: थोड़ी देर बाद प्रिंसीपल ने फिर व्याख्याता से कहा कि अभी मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग का कॉल आया था, उन्होंने आपको कार्यग्रहण नहीं कराने के आदेश दिए हैं. इसलिए आपको कार्यग्रहण कराया जाना संभव नहीं है. इस पर व्याख्याता ने प्रिंसीपल से लिखित में देने को कहा तो प्रिंसीपल ने व्याख्याता के आवेदन पर कार्यग्रहण नहीं कराने के संबंध में लिखित में जवाब दे दिया.
ये लिखा प्रिंसिपल ने: प्रिंसिपल हेमचंद गोयल ने व्याख्याता के आवेदन पर लिखा कि माननीय मंत्री जी डॉ. सुभाष गर्ग के दूरभाष से प्राप्त (Bharatpur lecturer accused Principal) निर्देशानुसार उनकी अनुमति के बिना कार्यग्रहण नहीं करवाने के लिए निर्देश प्राप्त हुए हैं. अत: उनकी अनुमति के बिना कार्यग्रहण करवाया जाना संभव नहीं है.
सोशल मीडिया पर रोने लगी व्याख्याता: कार्यग्रहण नहीं होने पर व्याख्याता सुनीता तेहरिया ने सोशल मीडिया पर वीडियो Upload किया है. वीडियो में उन्होंने मंत्री पर जातिवाद के आरोप लगाए हैं. इसके साथ ही व्याख्याता ने सोशल मीडिया पर प्रिंसीपल की ओर से बदसलूकी करने के भी आरोप लगाए हैं. उनका बताया कि 1999 में विकलांग कोटे से उनका शिक्षिका के रूप में सिलेक्शन हुआ. बीते 5 साल से वे व्याख्याता के रूप में कार्य कर रही हैं. मंत्री के पास में तीन बार ट्रांसफर करवाने की गुहार लगाने गई, लेकिन उन्हें तवज्जो नहीं दी गई. अब ट्रांसफर हो गया है, तो कार्यग्रहण करने से रोक दिया गया. इतना ही नहीं व्याख्याता के पति ने भी प्रिंसिपल पर बदसलूकी और दस्तावेज फाड़ने के आरोप लगाए हैं.
पुलिस मौके पर पहुंची: सोशल मीडिया पर वीडियो जारी होने के बाद थाना सेवर के हेड कांस्टेबल लक्ष्मण सिंह भी महाराजसर स्कूल पर पहुंचे. पुलिस टीम को करीब शाम 4 बजे तक व्याख्याता वहीं बैठी मिली, जबकि स्कूल की छुट्‌टी 1 बजे हो चुकी थी. वहां पर एक लाइब्रेरियन भी मिला, जो बार बार व्याख्याता से अपने घर जाने की गुहार कर रहा था. पुलिस की समझाइश के बाद एक परिवाद देकर व्याख्याता अपने घर को चली गई.
प्रिंसीपल की तबियत बिगड़ी: पूरी घटना के संबंध में प्रिंसिपल हेमचंद गोयल से उनका पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क किया गया. जिस पर उनकी पत्नी मंजू गोयल ने फोन पर हेमचंद गोयल के चेस्ट में पेन होने का कहकर बात को टाल दिया.
व्याख्याता एपीओ: सोशल मीडिया पर तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग के खिलाफ बयानबाजी करने वाली व्याख्याता सुनीता तेहरिया को शुक्रवार को एपीओ कर दिया गया है. माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर (Secondary Education Rajasthan Bikaner) के निदेशक गौरव अग्रवाल आईएएस ने एक आदेश जारी कर जीव विज्ञान की व्याख्याता सुनीता तेहरिया को आदेशों की प्रतीक्षा में रखते हुए कार्यालय संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा भरतपुर संभाग भरतपुर मुख्यालय पर उपस्थिति देने के आदेश दिए हैं. जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय माध्यमिक शिक्षा प्रेम सिंह कुंतल ने बताया कि महाराजसर स्कूल के प्रिंसिपल हेमचंद गोयल और व्याख्याता सुनीता तेहरिया के बीच विवाद को लेकर उन्हें जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्हें बस इतना पता है कि व्याख्याता सुनीता तेहरिया को एपीओ कर दिया गया है. अगर कोई विवाद हुआ तो उसकी जांच की जाएगी.
Gulabi Jagat

Gulabi Jagat

    Next Story