Rajasthan: चित्तौड़गढ़ भीलवाड़ा हाईवे पर गाड़ी की टक्कर से लेपर्ड की मौत हुई
जयपुर: चित्तौड़गढ़-भीलवाड़ा राजमार्ग पर सड़क पार करते समय कार की टक्कर से एक तेंदुए की मौत हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि तेंदुए का शरीर टुकड़े-टुकड़े हो गया। सूचना मिलते ही कपासन रेंज से वन विभाग की टीम और चित्तौड़गढ़ से फ्लाइंग टीम मौके पर पहुंची। तेंदुए के शव को सेमलपुरा नर्सरी ले जाया गया, जहां मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
वन क्षेत्र से 500 मीटर दूर हादसा
जहां तेंदुए की मौत हुई, वहां से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर मोडिया मंगरा वन क्षेत्र शुरू होता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि तेंदुआ शिकार के लिए निकला होगा और उसी दौरान किसी भारी वाहन की चपेट में आ गया होगा।
सेमलपुरा नर्सरी में पोस्टमार्टम के बाद तेंदुए का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
अंतिम संस्कार सेमलपुरा नर्सरी में किया गया।
कपासन रेंजर नरेन्द्र ने बताया कि कुछ राहगीरों से चित्तौड़गढ़-भीलवाड़ा राजमार्ग पर खजूर के पास तेंदुए की मौत की सूचना मिली थी। जब हम घटनास्थल पर पहुंचे तो देखा कि तेंदुए का शरीर पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो चुका था। शव को उठाकर सेमलपुरा नर्सरी लाया गया। यहां तीन डॉक्टरों की मेडिकल टीम ने पोस्टमार्टम किया और फिर वहीं अंतिम संस्कार किया गया।
उन्होंने बताया कि शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो चुका था। इसलिए माना जा रहा है कि किसी भारी व बड़े वाहन ने टक्कर मारी होगी। कपासन से 4 लोगों की टीम और चित्तौड़ से 3 लोगों की फ्लाइंग टीम घटनास्थल पर पहुंची।
नर तेंदुआ 5-6 साल का था।
रेंजर नरेंद्र ने बताया कि यह नर तेंदुआ था और 5-6 साल का वयस्क था। जहां तेंदुआ मारा गया, वहां से 500 मीटर की दूरी पर मोडिया मंगरा वन क्षेत्र शुरू होता है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि तेंदुआ शिकार के लिए निकला था, लेकिन सड़क पार करते समय किसी वाहन की चपेट में आ गया।