राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बीते मंगलवार राजस्थान के पांच जिलों में गैंगस्टर्स के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. जानकारी मिली कि गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई और बंबीहा गैंग की मदद करने वालों की तलाश में यह छापेमारी की गई. एनआईए की अलग-अलग टीमों ने एक साथ प्रदेश के नागौर, श्रीगंगानगर, भरतपुर, हनुमानगढ़ और बीकानेर जिलों में छापे मारे जहां बीस से अधिक लोगों से पूछताछ भी की गई. बताया जा रहा है कि दोनों गिरोह की मदद करने वाले लोग जांच एजेंसी की जांच के दायरे में हैं. वहीं पंजाब से सटे श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ के साथ ही भरतपुर जिले के मेवात इलाकों पर एनआईए की टीम काफी समय से निगरानी कर रही थी.
मीडिया रिपोर्टस में दावा किया गया है कि राजस्थान में गिरोह चलाने वाले पंजाब, हरियाणा और यूपी के गैंगस्टर के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं जहां डी-ग्रुप के हवाले से उन्हें फंडिंग की जाती है. वहीं देशभर में पाकिस्तान में बैठे बदमाशों के इशारे पर ही हथियारों की सप्लाई और अन्य वारदात को अंजाम दिया जाता है. हाल में लॉरेंस गैंग और बंबीहा गैंग के पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आए हैं. पंजाब, हरियाणा और यूपी के बाद पिछले कुछ समय से राजस्थान के गैंगस्टर्स के गिरोहों की मौजूदगी बढ़ी है.
बता दें कि राजस्थान के अलावा NIA की टीम ने मंगलवार को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 50 से ज्यादा ठिकानों पर भी छापेमारी की है जहां लॉरेंस बिश्नोई, नीरज बवाना समेत कई गैंग से जुड़े लोगों के ठिकानों पर कार्रवाई की गई.
पड़ोसी राज्यों से गैंगस्टर्स आ रहे राजस्थान
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई जैसे कुख्यात गैंगस्टर्स के लिए राजस्थान इन दिनों नया अड्डा बनता जा रहा है. जहां पड़ोसी राज्यों में पुलिस अपराधियों का लगातार एनकाउंटर कर रही है वहीं राजस्थान में सख्त कार्रवाई नहीं होने से वर्तमान में 50 गिरोह के 500 से ज्यादा गैंगस्टर्स सक्रिय हो गए हैं जो फिरौती, खनन, हथियार और मादक पदार्थों की तस्करी जैसी वारदातों में शामिल हैं.
आंकड़ों के लिहाज से देखें तो प्रदेश में पिछले 15 साल में 5 एनकाउंटर ही किए हुए हैं और इनमें से 3 मामलों में सीबीआई जांच भी हुई है ऐसे में पड़ोसी राज्यों के गैंगस्टर्स भी यहां गिरोह बना रहे हैं. जानकारी के मुताबिक राजस्थान में शरण लेने वाले पंजाब, हरियाणा और यूपी के बदमाशों के कनेक्शन पाकिस्तान से होने का भी पता चला है. वहीं लॉरेंस गैंग के लोग प्रदेश में नागौर, बीकानेर, श्रीगंगानर और हनुमानगढ़, भरतपुर में सक्रिय हैं.
यूपी-हरियाणा के गैंगस्टर अधिक सक्रिय
वहीं जांच एजेंसी को यह भी पता चला है कि पकड़े जाने के डर से और जेल में समय बिताने के बाद कई राज्यों के गैंगस्टर्स आपस में सहयोगी बनकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं. हाल में नागौर में कोर्ट पेशी पर आए बदमाश को हरियाणा की गैंग ने गोली मारकर हत्या की थी
वहीं बीते दिनों बहरोड़ थाने में पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर गैंगेस्टर पपला को छुड़ाकर ले जाया गया. गौरतलब है कि राजस्थान में सबसे ज्यादा गैंग हरियाणा और यूपी की सक्रिय हैं जहां पंजाब, हरियाणा और यूपी गैंग से जुड़े लोग गिरफ्तारी के बाद जेल में गठजोड़ बना रहे हैं.