ब्रेकिंग न्यूज़: कलराज मिश्र ने कहा कि संविधान पार्क विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाली युवा पीढ़ी में लोकतांत्रिक आस्था को मजबूत करने में सहायक होंगे। देशहित में अपने कर्तव्यों के निर्वहन को प्रेरित होंगे। पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में संविधान पार्क का लोकार्पण करते राज्यपाल कलराज मिश्र पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में संविधान पार्क का लोकार्पण करते राज्यपाल कलराज मिश्र ने शुक्रवार को राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर में नवनिर्मित संविधान पार्क के लोकार्पण के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान पार्क विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाली युवा पीढ़ी में लोकतांत्रिक आस्था को मजबूत करने में सहायक होंगे। युवा राष्ट्र बोध से जुड़ कर देशहित में अपने कर्तव्यों के निर्वहन को भी प्रेरित होंगे। उन्होंने यहां पारम्परिक पशुचिकित्सा पद्धति एवं वैकल्पिक औषधि विज्ञान केंद्र भी लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के राजकीय विश्वविद्यालयों में संविधान पार्क धीरे-धीरे आकार ले रहे हैं, यह प्रसन्नता की बात है।
राज्यपाल ने कहा कि इसके पीछे मूल भावना यह है कि देश के भावी नागरिक इन पार्कों का भ्रमण कर संविधान की उदात्त संस्कृति को प्रत्यक्ष अनुभव कर सकें। ताकि उनमें मौलिक कर्तव्यों, नीति निर्देशक तत्वों का समावेश हो और वे देश के प्रति जिम्मेदारी का अहसास करें। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को भी संविधान पार्क का भ्रमण करने के लिए प्रेरित किया जाए। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि जन-जन की राय लेकर वृहद स्तर पर मंथन के बाद संविधान को अंतिम रूप दिया गया। इसमें सभी के समान रूप से विकास और कल्याण को सर्वाधिक प्राथमिकता दी गयी है। उन्होंने कहा कि संविधान समानता और सामाजिक न्याय के उन सिद्धान्तों पर आधारित है जिसमें व्यक्ति.व्यक्ति में कोई भेद नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के लिए बहुत से देशों के संविधान का अध्ययन किया गया परन्तु फिर भी हमारा संविधान अतीत की हमारी लोकतांत्रिक परम्पराओं और गौरवशाली इतिहास से जुड़ा हुआ है। उन्हांने कहा कि राजस्थान की अर्थव्यवस्था में कृषि एवं पशुपालन की प्रमुख भूमिका है।
राज्य में पशुधन की संख्या और दुग्ध उत्पादन के ग्रामीण अर्थव्यवस्था में योगदान को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय नवाचार करे। उन्होंने कहा कि पशुपालकों को उन्नत नस्ल के पशु उपलब्ध हों और उनका समुचित रख.रखाव करते हुए वे नवीन तकनीकों से दुग्ध उत्पादन करें। इसके साथ ही, उत्पादों के विपणन के लिए भी पशुपालकों को सक्षम बनाने पर कार्य करने की जरूरत है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में रिक्त पदों को भरने की कार्यवाही त्वरित पूरी किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने पशु रोगों के उपचार के लिए औषधीय पौधों से निर्मित औषधियों के प्रयोग पर राजुवास में हुए शोध पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस संबंध में टेक्नोलॉजी ट्रान्सफर के तहत आज एक देशी औषधि निर्माता कंपनी के साथ किया गया अनुबन्ध महत्वपूर्ण पहल है। कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार किसानों और पशुपालकों के कल्याण के लिए संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि पशुपालन के विकास के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री पशुधन निशुल्क दवा योजना, 102 मोबाइल पशु चिकित्सा सेवा, दुग्ध उत्पादक सहकारी संघों में दिए जा रहे दूध पर पशुपालकों को 5 रुपये प्रति लीटर अनुदान जैसे कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। कुलपति प्रो. सतीश कुमार गर्ग ने कहा कि विश्वविद्यालय के सार्दुल सदन परिसर में मुख्य द्वार के पास निर्मित पार्क में संविधान स्तम्भ बनाया गया है जिस पर अशोक चिन्ह एवं तिरंगा लगा है। मार्बल के पत्थर पर राज्य के नीति निर्देशक तत्व, नागरिकों के मूल अधिकार एवं मूल कर्तव्य को अंकित किया गया है। भारतीय संविधान की उद्देशिका पट्टी को मुख्य स्तम्भ पर दर्शाया गया है। बीकानेर पहुंचने पर गरिमापूर्ण स्वागत शुक्रवार सुबह राज्यपाल के बीकानेर तीन दिवसीय दौरे के अंतर्गत नाल एयरपोर्ट पहुंचने पर सम्भागीय आयुक्त श्री नीरज के.पवन जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल, पुलिस अधीक्षक योगेश यादव सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने उनकी अगवानी की। यहां स्वागत के पश्चात राज्यपाल राजुवास में कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए।