राजस्थान

राजस्थान हरित ऊर्जा यानि प्रदूषण मुक्त ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी राज्य बना

Harrison
7 Oct 2023 10:47 AM GMT
राजस्थान हरित ऊर्जा यानि प्रदूषण मुक्त ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी राज्य बना
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राजस्थान | ग्रीन एनर्जी यानी प्रदूषण रहित ऊर्जा उत्पादन में राजस्थान अग्रणी राज्य बन गया है। जनवरी से जुलाई तक प्रदेश में सोलर व विंड बिजली उत्पादन 2022 की इसी अवधि की तुलना में 4.4 टेरावाट यानी 44 लाख मेगावाट बढ़ा। इससे कार्बन उत्सर्जन भी 10% कम हुआ है। उत्पादन में जीवाश्म ईंधन (डीजल, कोयला, गैस) की हिस्सेदारी घटकर 50% से नीचे पहुंच गई है। दूसरी ओर सौर व पवन ऊर्जा उत्पादन 28% बढ़ा है। सुखद ये है कि जनवरी से जुलाई तक प्रदेश में 1.7 गीगावाट सौर व 0.5 गीगावाट पवन क्षमता जोड़ी, उत्पादन क्षमता 24 हजार मेगावाट हो गई। ये पूरे देश की सोलर व विंड एनर्जी का 20% है। ऑस्ट्रेलिया बेस्ड वैश्विक ऊर्जा थिंक टैंक एम्बर ने हाल में रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है।
प्रदेश की थर्मल-हाइड्रो पर निर्भरता 50% से नीचे पहुंची, कार्बन उत्सर्जन भी 10% घटा
रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से जुलाई तक प्रदेश में जीवाश्म ईंधन से 3.40 करोड़ मेगावाट बिजली उत्पादन किया, जो 2022 की इसी अवधि से -1.6% कम है। सोलर व विंड एनर्जी उत्पादन 28% बढ़कर 2.70 करोड़ मेगावाट बिजली का उत्पादन हुआ। मालूम हो कि प्रदेश में 2019 में सोलर-विंड के साथ हाइब्रिड एनर्जी पॉलिसी लागू हुई। इससे प्रदेश में अन्य राज्य भी प्लांट लगा रहे हैं। एम्बर के डेटा विश्लेषक यूनी ली का कहना है कि भारत 500 गीगावॉट गैर-जीवाश्म उत्पादन क्षमता तक पहुंचने के लक्ष्य को छू सकता है।
हालांकि प्रदेश 4500 मेगावाट ही ग्रीन एजर्नी मिल रही: नई रिन्यूएबल एनर्जी पॉलिसी के बाद प्रदेश में सोलर व विंड प्लांट लगाने वाली कंपनियों में होड़ लगी हैं। राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के एमडी अनिल ढाका का कहना है कि अब तक प्रदेश में 24 हजार मेगावाट विंड व सोलर क्षमता लग चुकी। इससे राजस्थान को 4500 मेगावाट ग्रीन एनर्जी मिल रही रही, शेष बिजली देश के दूर दराज के असम, यूपी, दिल्ली, महाराष्ट्र सहित कई बड़े राज्यों को मिल रही हैं। कुल 24 में से 5.2 गीगावाट (5200 मेगावाट) विंड का उत्पादन हो रहा हैं। देश के 2030 तक 43% रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन के लक्ष्य में राजस्थान का रोल अहम रहेगा।
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