राजस्थान
राजस्थान: अपेक्षा ग्रुप ने रकम दोगुना करने का झांसा देकर लोगो से कारोड़ो ठगे, कंपनी के 36 डायरेक्टर्स को तलाश रही 4 जिलों की पुलिस
Renuka Sahu
25 Jan 2022 6:30 AM GMT
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फाइल फोटो
कोटा संभाग में लोगों को रकम डबल करने का झांसा देकर 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाले अपेक्षा ग्रुप चिटफंड कंपनी के 38 डायरेक्टर्स को हाड़ौती पुलिस तलाश रही है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोटा संभाग में लोगों को रकम डबल करने का झांसा देकर 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाले अपेक्षा ग्रुप चिटफंड कंपनी के 38 डायरेक्टर्स को हाड़ौती पुलिस तलाश रही है। शिकायत मिलने के बाद से पुलिस लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। अभी तक कंपनी के सिर्फ दो डायरेक्टर ही पुलिस के हत्थे चढ़े है। 36 अन्य डायरेक्टर फरार हैं। पुलिस अब तक उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
माना जा रहा है कि ये राज्य के इतिहास की सबसे बड़ी ठगी है। अपेक्षा ग्रुप के करीब साढ़े तीन हजार ग्राहकों से 100 करोड़ से अधिक की ठगी की गई है। साल 2017 में अपेक्षा ग्रुप नाम से एक कंपनी रजिस्टर्ड करवाई गई, बाद में ग्राहकों को आकर्षित करने लुभावना ऑफर दिया गया। लोगों से कहा गया कि जमा रकम पर 3% प्रतिमाह का ब्याज लें औैर कुछ ही दिनों में अपनी रकम डबल करें। कंपनी के इस ऑफर में एक-एक कर कोटा संभाग के हजारों लोग फंसते चले गए और कंपनी मालामाल होती चली गई।
पहले लोगों का भरोसा जीता
अपेक्षा ग्रुप ने शुरुआत में एजेंट्स के जरिए अपने ऑफर जनता तक पहुंचाए और 3 फीसदी प्रतिमाह की दर से ब्याज और 1 साल में पैसा डबल करने का ऑफर दिया। लोगों का भरोसा जीतने के लिए कंपनी का व्यक्ति निवेशकों के घर ब्याज की रकम देकर आता था। इस तरह जनता का कंपनी पर विश्वास बढ़ता चला गया। लोगों ने फायदे के लिए 1 लाख से लेकर 40 लाख रुपए तक कंपनी में निवेश किए। इसके बदले कई निवेशकों को जमीन के कागज तो कई को एजेंट्स ने एडवांस चेक बतौर गारंटी दे दिए।
बारां का है ठगी का मास्टरमाइंड
लूट कंपनी साबित हुई अपेक्षा ग्रुप का निदेशक मुरली मनोहर नामदेव मूलतः बारां जिले का रहने वाला है। सबसे पहले उसने जिले में लोगों को एक, दो और तीन साल में रकम डबल करने का झांसा देकर जाल में फंसाया। इसके बाद उसने पूरे संभाग में अपना नेटवर्क बिछाया। कंपनी ने कोटा के न्यू ग्रेन मंडी स्थित आकाश मॉल में कार्यालय भी खोला था। मुरली मनोहर नामदेव के अलावा संजय कश्यप, हरिओम सुमन, भारतराज और हिमांशु सहित कुल 38 डाइरेक्टर इस ठगी के खेल में शामिल हैं।
बाद में ब्याज देना बंद किया
गुमानपुरा थाना सीआई लखनलाल मीणा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से कंपनी ने अपने ग्राहकों को ब्याज देना बंद कर दिया था। लोगों ने कंपनी के ऑफिस में संपर्क किया, तो उन्हें टाला जाने लगा। इसके बाद लोगों ने कंपनी के खिलाफ ठगी का केस दर्ज कराया। अपेक्षा ग्रुप के 2 डायरेक्टर हरिओम सुमन और संजय कश्यप जेल में हैं, बाकी डाइरेक्टरों को कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ की पुलिस तलाश रही है।
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