फाइल फोटो
जनता से रिस्ता वेबडेसक | बच्चे से कुकर्म के आरोपी निलंबित जज जितेंद्र गुलिया को गुरुवार कोर्ट में पेश किया गया। अतिरिक्त मुख्य न्यायिक संख्या-4 के जज अंकुर गुप्ता से पुलिस ने दो दिन की रिमांड मांगी। कोर्ट ने गुलिया को दो की रिमांड पर भेज दिया है। दूसरी तरफ पीड़ित किशोर के भी बयान करवाए जा रहे हैं।
पूछताछ करेगी पुलिस
जांच अधिकारी सीओ सिटी सतीश वर्मा ने बताया की पुलिस ने गुरुवार को जितेंद्र गुलिया को कोर्ट में पेश किया है। पीड़ित बच्चे ने जो भी आरोप लगाए हैं, उनके सम्बन्ध में पूछताछ की जाएगी।
मां के साथ पहुंचा
पीड़ित किशोर भी गुरुवार को अपनी मां के साथ बयान के लिए कोर्ट पहुंचा। कोर्ट में उसके बयान करवाए जा रहे हैं। पीड़ित बुधवार को भी कोर्ट में बयान के लिए पहुंचा था। उसकी तबीयत ख़राब होने के कारण बयान नहीं हो पाए थे। उसका परिवार जिंतेंद्र गुलिया के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के बाद आगरा चला गया था। कल ही वह अपने परिवार के साथ आगरा से भरतपुर लौटा है।
आईजी पहुंचे पूछताछ करने
किशोर से कुकर्म के मामले में बच्चे की मां ने ACB के सीओ परमेश्वर लाल पर भी परिवार को धमकी देने के आरोप लगाए थे। इसकी जांच आईजी प्रसन्न कुमार खमेसरा कर रहे हैं। आईजी गुरुवार को एडिशनल एसपी वंदिता राणा के साथ पीड़ित के घर पहुंचे। पूरे मामले में सीओ परमेश्वर लाल की संलिप्तता को लेकर पूछताछ की।
जज ने चेहरे से नहीं उतारा मास्क
गुलिया को कोर्ट में पेश करने से पहले जांच अधिकारी सीओ के पास ले जाया गया। सीओ सतीश वर्मा ने गुलिया के बयान दर्ज किए। इसके बाद उसे कोर्ट में लाया जा रहा था। वह अपना चेहरा छुपाए हुए था।मीडिया कर्मियों ने सीओ वर्मा से गुलिया के चेहरे से मास्क हटाने को कहा। यह सुनकर गुलिया ने साफ इनकार कर दिया।
खाना खाने का मौका नहीं मिला
पूरी रात मथुरा गेट थाने में काटने के बाद गुरुवार को गुलिया को कोर्ट में पेश करवाने के लिए लाया जा रहा था। तभी उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि मेरा खाना आ रहा है। खाना खाने के बाद वह कोर्ट के लिए चलेंगे। दिवाली की छुट्टी होने की वजह से जज अंकुर गुप्ता सुनवाई के लिए बैठे हुए थे। इसलिए समय के मुताबिक पुलिस को गुलिया को लेकर कोर्ट पहुंचना था। इसलिए उन्हें बिना खाना खिलाए ही कोर्ट लाया गया।
क्या है पूरा मामला
31 अक्टूबर को मां ने अपने 14 साल के बेटे के साथ कुकर्म का मामला दर्ज करवाया था। उसने बताया था कि बेटा एक क्लब में टेनिस खेलने जाया करता था। वहां जज जितेंद्र गुलिया ने उसके बच्चे के साथ दोस्ती कर ली। वह बच्चे को अपने घर ले जाने लगा। घर पर बच्चे को खाने-पीने की चीजों में नशीली चीजें देकर उसके साथ कुकर्म करता था। गुलिया ने बच्चे के साथ करीब 1 महीने तक कुकर्म किया। इसके अलावा जज के दो साथी क्लर्क ने भी कुकर्म किया। मामले की जानकारी होने पर परिवार को डराया-धमकाया गया। गुलिया ने ने ACB के सीओ को उनके घर भेजा और उन्हें धमकी दिलाई। गुलिया, उसके दोनों क्लर्क और ACB के सीओ को निलंबित कर दिया गया है।